मैं खाता नहीं- अखिलेश को लगती है मिर्ची- योगी
लखनऊ। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं मिर्ची नहीं खाता हूं। लेकिन अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को मेरी बातों से अवश्य मिर्ची लगती है। उन्होंने कहा कि हमने तो सिर्फ हकीकत से अवगत कराया है। समझ जायें तो ठीक, वरना जनता समझाने में सक्षम है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक निजी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा उत्तर व दक्षिण भारत के लोगों पर दिये गये बयान का जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी अपनी आदत से मजबूर हैं। कुछ नमूने रखने के लायक होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें जितना उत्तर से प्यार है, उतना ही दक्षिण भारत से है। जब भी भारत में कोई आपदा आती है, तो राहुल गांधी इटली में होते हैं। वे लड़ाने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि जो उत्तर भारत का नहीं हुआ, वह दक्षिण भारत का क्या होगा। वहीं योगी आदित्यनाथ से जब लाल टोपी पर दिये गये बयान पर सवाल करते हुए कहा गया कि अखिलेश कहते हैं कि योगी जी ने उक्त बयान लाल मिर्ची खाकर दिया होगा। तो योगी आदित्यनाथ ने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि मैं लाल मिर्ची नहीं खाता हूं, लेकिन मेरी बातों से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को जरूर मिर्ची लगती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा सबसे बड़ी विधानसभा है।
विधानसभा लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है, वहां का एक सिस्टम होता है। उन्होंने कहा कि जब हम विधानसभा में बैठे थे, तो वहां लाल, नीली, पीली, हरी टोपियां दिखाई दे रही थी, तो सभी हस रहे थे। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि हम सदन में बैठे हैं या फिर ड्रामा चल रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सच से डरती है, जबकि सच से नहीं डना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव का कहना है कि योगी लाल टोपी से डरते हैं। इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम किसी से नहीं डरते हैं, प्रदेश के हितों के लिए कार्य करते हैं। लाल टोपी के बारे में मेरी क्या धारण है, मैं बता चुका हूं। उन्होंने कहा कि समझ जाये, तो ठीक, वरना जनता सब समझा देती है।
किसान आंदोलन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जितने कार्य छह वर्षों में भाजपा सरकार ने किसानों के लिए किये हैं, इतने कार्य कभी नहीं हुए। जो भी किसानों के जीवन में परिवर्तन हुए हैं, वह भाजपा ने ही किये हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जिनका खेती से कोई लेना-देना नहीं है, वह दूसरे के कंधे पर बार-बार झूठ की बंदूक रखकर चला रहे हैं।