जिलों की तर्ज पर उप्र में विकसित हो रहे हैं सौ आकांक्षी ब्लॉक : योगी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश में विकास की राह पर सरपट दौड़ते 100 आकांक्षी जिलों की तर्ज पर उप्र में सौ विकास खंडों (ब्लॉक) में विकासकार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है।
योगी ने बुधवार को आकांक्षी जिलों की समीक्षा बैठक में कहा कि नीति आयोग द्वारा चिन्हित प्रदेश के 08 आकांक्षी जनपदों (बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, चंदौली, फतेहपुर, चित्रकूट, बहराइच और श्रावस्ती) में विकास के सभी मानकों पर सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्हाेंने कहा कि नीति आयोग द्वारा जारी सतत 'रियल टाइम मॉनीटरिंग डैशबोर्ड' (चैम्पियन ऑफ चेंज) रैंकिंग में इन जनपदों ने अच्छा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने इसे संतोषजनक स्थिति बताते हुए कहा कि देश के कुल 112 आकांक्षी जनपदों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिलों की नवीनतम सूची में प्रदेश केे 05 जनपद शीर्ष 10 में शामिल हैं। इनमें जनपद बलरामपुर पहले स्थान पर है।
योगी ने कहा कि आकांक्षी जनपदों की तर्ज पर ही प्रदेश में 100 आकांक्षी विकासखण्डों का चयन कर इनके सामाजिक, आर्थिक सुधार के लिए विशिष्ट प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना के विविध मानकों पर इन आकांक्षी विकासखण्डों के समग्र विकास के लिए प्रयास किये जायें। विकास इण्डीकेटर में बीसी सखी, ग्राम सचिवालय, अमृत सरोवर जैसे दूरगामी परिणामदायक प्रयासों को भी सम्मिलित किया जाये।
उन्होंने आकांक्षी जनपदों के तय विकास मानकों के सम्बन्ध में अद्यतन स्थिति का सतत आंकलन करने का निर्देश दिया। साथ ही योगी ने सटीक, त्रुटिरहित और सही स्थिति को परिलक्षित करने वाले डेटा का संकलन करने और डेटा की जांच के लिए स्वतंत्र एजेंसी का सहयोग लेने पर भी विचार करने को कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2022 को बेसलाइन मानते हुए चयनित इण्डीकेटर पर ब्लॉकवार अद्यतन सूचना वर्तमान माह के अंत तक एकत्रित कर ली जाये। इसके उपरान्त हर माह की 15 तारीख तक संबन्धित जनपदों द्वारा अद्यतन प्रगति विवरण फीड किया जाये। इसकी पुष्टि संबन्धित विभागों द्वारा भी कराई जाये।
उन्होंने कहा कि आकांक्षी विकास खण्डों की सतत मॉनीटरिंग और वास्तविक स्थिति के सटीक आंकलन के लिए आईआईटी कानपुर और आईआईएम लखनऊ के विद्यार्थियों का सहयोग लिया जाये। राज्य सरकार के प्राविधिक एवं तकनीकी विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के विद्यार्थियों को भी इससे जोड़ा जाये।
मुख्यमंत्री ने आकांक्षी विकास खण्डों में तैनात होने वाले खण्ड विकास अधिकारी को अन्यत्र किसी और ब्लॉक का अतिरिक्त प्रभार न देने का निर्देश देते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में अपेक्षाकृत युवा, ऊर्जावान और विजनरी अधिकारियों की तैनाती की जाये। साथ ही संबंधित एसडीएम को इस विकास खण्ड का नोडल अधिकारी नामित किया जाये। यह नोडल अधिकारी विकास खण्ड में होने वाले विकास कार्यों, उपलब्ध कराये जा रहे डेटा की शुचिता और वास्तविकता के प्रति जवाबदेह होगा।
वार्ता