एक्सप्रेस वे पर प्रतिबंधित बाइकों के धड़ाधड़ चालान- वसूले साढे चार करोड
गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के दिल्ली मेरठ तथा ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर प्रतिबंध के बावजूद फर्राटा भर रही बाइक सरकार की कमाई का बड़ा साधन बन रही है। पिछले 13 दिन के भीतर चालान काटकर सरकार द्वारा तकरीबन साढ़े चार करोड़ रुपए वसूले गए हैं।
दरअसल वाहनों की गति को बढ़ावा देने के लिए देश की राजधानी दिल्ली से लेकर मेरठ तक एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है। इसी तरह ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से भी वाहनों की रफ्तार को बढ़ाया गया है। इन दोनों ही एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की रफ्तार अधिक होने की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के लिये पुलिस और यातायात विभाग की ओर से दोपहिया वाहनों का संचालन प्रतिबंधित किया गया है। इसके बावजूद बाइक एवं स्कूटी आदि दो पहिया वाहन बिना किसी कानून के डर के दोनों ही एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस ने 1 जनवरी से लेकर 13 जनवरी तक प्रतिबंधित वाहनों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए धड़ाधड़ चालान किए हैं। तकरीबन साढे चार करोड़ रुपए के चालान काट कर पुलिस ने सरकार की कमाई में बड़ा इजाफा किया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रतिबंधित वाहनों का चालान नो एंट्री जोन के नियम के तहत हो रहा है। नो एंट्री का जुर्माना 20000 रूपये है। इतना भारी भरकम जुर्माना होने के बावजूद एक्सप्रेस वे पर रोजाना तकरीबन 300 वाहन चालक नो एंट्री नियम को तोड़ते हुए फर्राटा भर रहे हैं।