MLA की सुविधाओं पर बजा गंडासा-अब वन MLA वन पेंशन

MLA की सुविधाओं पर बजा गंडासा-अब वन MLA वन पेंशन

चंडीगढ़। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद पंजाब की सत्ता हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने विधायकों को मिलने वाली सुविधाओं के ऊपर कटौती का गंडासा चलाते हुए वन एमएलए वन पेंशन का प्रावधान लागू कर दिया है। विधायक ने भले ही कितनी बार चुनाव में जीत हासिल की हो, लेकिन उसे केवल एक बार की ही पेंशन सुविधा दी जाएगी। नई सरकार के इस फैसले से बिना कुछ किये धरे जनसेवा के नाम पर राजनीति में पहुंचकर लाखों की पेंशन दोनों हाथों से बटोर रहे पूर्व विधायकों में हडकंप मच गया है।

शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि पंजाब में अब एक विधायक को केवल एक बार ही पेंशन मिलेगी। चाहे उसने कितनी ही बार क्यों ना चुनाव जीता हो। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जब विधायक सेवा के नाम पर राजनीति में आते हैं तो फिर उन्हें लाखों की पेंशन देना किसी भी रूप में जायज नहीं है। उन्होंने कहा है कि विधायकों को ही नहीं बल्कि उनके परिवारों को मिल रही पेंशन को भी अब सरकार की ओर से रिवाइज किया जाएगा। आने वाले दिनों में इस संबंध में विस्तृत जानकारी दे दी जाएगी।

आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले से सबसे बड़ा झटका सत्ता से बाहर होने वाली कांग्रेस एवं अकाली दल को लग रहा है। क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा एक्स सीएम राजिंद्र कौर भट्ठल समेत अकाली दल और कांग्रेस के दिग्गज कई बार विधायक रहने की वजह से लाखों रुपए की पेंशन एवं अन्य सुविधाएं बटोर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे विधायक हाथ जोड़कर लोगों से वोट मांगते हैं। चुनाव में वोट मांगते समय सभी जनसेवा की दुहाई देते हैं। परंतु हैरानी की बात यह है कि बहुत से एमएलए मतदाताओं द्वारा ठुकराये जाने पर हारने के बाद भी 300000 से लेकर 500000 तक की पेंशन का लाभ उठाते हैं। जिससे सरकार के खजाने पर करोड़ों रुपए का बोझ पड़ता है। ऐसे कई एमएलए और सांसद हैं जो दोनों की ही पेंशन ले रहे हैं।

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