नोटबंदी के ऐलान से सरकार की पौबारह- डूबा कर्ज जेब में आया

नोटबंदी के ऐलान से सरकार की पौबारह- डूबा कर्ज जेब में आया

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से 2000 रुपए का नोट चलन से बाहर किए जाने के ऐलान के बाद लोगों में मची अफरा-तफरी से सरकारी विभागों की बल्ले- बल्ले हो गई है। ऐसे विभाग जिनका टैक्स पिछले काफी समय से लोग अदा नहीं कर रहे थे वह अब 2000 रुपए के नोटों के साथ सरकारी कर्ज को चुकता कर रहे हैं। पेट्रोल पंपों पर भी 2000 रुपए के नोटों के ढेर लग गए हैं। 1 दिन में अकेले गुजरात के शहर के 190 पेट्रोल पंपों पर 2000 के नोट के रूप में एक करोड़ आए हैं।


दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से 2000 रुपए का नोट चलन से बाहर किए जाने का ऐलान किया गया है। आरबीआई की इस घोषणा के बाद मची आपाधापी के बीच लोगों ने अपने पास संजोकर रखें 2000 के नोट बाजार में खपाने शुरू कर दिए हैं। ज्वेलरी से लेकर किराना स्टोर तक लोग दो-दो हजार रूपये के नोट लेकर सामान की खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं।सूरत में एक टूर एंड ट्रेवल्स संचालक की बस टैक्स नहीं भरने के कारण तकरीबन 1 साल से परिवहन विभाग के पास जब्त हुई खडी थी और गाडी मालिक उसे छुडाकर ले जाने में दिलचस्पी नही ले रहा था।

लेकिल जैसे दो हजार रूपये के नोट वापिस लेने का ऐलान हुआ वैसे ही गाड़ी मालिक ने आरटीओ दफ्तर पहुंचकर 6 लाख 40 हजार रुपए का टैक्स जमा किया, इसमें 4 लाख 50 हजार रुपए 2-2 हजार रुपए के नोट के रूप में दिए गए थे।एआरटीओ आकाश पटेल ने बताया है कि अन्य वाहन मालिक भी अब तेजी के साथ 2000 रुपए के नोट लेकर परिवहन विभाग के टैक्स आदि की अदायगी के लिए पहुंच रहे हैं।

उधर सूरत के पेट्रोल पंप की बात की जाए तो एक पेट्रोल पंप मालिक ने बताया कि पहले उसके पास 2000 रुपए के नोट की एक गड्डी बामुश्किल आती थी, लेकिन रिजर्व बैंक की ओर से किए गए ऐलान के बाद एक दिन में ही 2000 रूपये के नोटों की ढाई गड्डी आ गई है।अहमदाबाद पेट्रोल पंप एसोसिएशन की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि शहर के 190 पेट्रोल पंप पर एक करोड़ रुपए के दो दो हजार रुपए के नोट लोगों ने खपा दिए हैं।

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