डिप्टी सीएम ने अफसरों को लगाई फटकार- पसीने से हुए सराबोर

कानपुर। आयोजित की गई विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में नदारद रहे अफसरों की कार्यशैली से बुरी तरह से झल्लाए डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने कड़ी नाराजगी जताई और फटकार लगाते हुए कहा कि अफसर क्या विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में शादी का व्यवहार लेने आए हैं? कोई अफसर कानून से बढ़कर नहीं है। मीटिंग का मजाक बनाकर रखने वाले अफसरों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। दरअसल मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर बृजेश पाठक विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए कानपुर पहुंचे थे। बैठक में अफसरों के नहीं आने को लेकर डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि क्या अफसर शादी का व्यवहार लेने आए हैं?

उन्होंने मौके पर ही 5 मिनट के भीतर डीजीपी, प्रमुख सचिव ऊर्जा गृह, अपर सचिव नियुक्ति को फोन करते हुए समीक्षा बैठक में अफसरों के नही आने को लेकर नाराजगी जताई और अफसरों से जवाब तलब करने के निर्देश दिए। अपर सचिव का फोन पहुंचते ही पुलिस कमिश्नर, मंडलायुक्त एवं केस्को एमडी तुरंत बैठक में पहुंचे और मीटिंग में पहुंचते ही सभी अफसरों ने हाथ जोड़कर डिप्टी चीफ मिनिस्टर से माफी मांगी।

डिप्टी सीएम की ओर से नाराजगी जताए जाने के बावजूद केडीए वीसी अरविंद सिंह, सेतु निर्माण निगम के अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर शासन को की गई शिकायत के बाद भी मीटिंग में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे। डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने कहा है कि विकास कार्यों की समीक्षा बैठक से नदारद रहे सभी अफसरों को नोटिस जारी करके उनका जवाब मांगा जाएगा। सही जवाब नहीं मिलने पर संबंधित अफसरों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।