किसानों को मिलेगा 50 हजार प्रति हेक्टेयर मुआवजा : केजरीवाल
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार बे-मौसम बारिश की वजह से दिल्ली में बर्बाद हुई किसानों की फसलों का 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा देगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज इसकी घोषणा करते हुए कहा कि बे-मौसम बारिश से फसल बर्बाद होने के कारण किसान दुखी हैं। आप दुखी मत हों, आपका बेटा हमेशा की तरह आपके साथ है। बर्बाद हुई फ़सलों के लिए दिल्ली सरकार प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपए मुआवज़ा देगी। उन्होंने कहा कि जब भी किसी वजह से फसलें बर्बाद हुईं हैं, 'आप'की सरकार ने आगे बढ़कर किसानों का साथ दिया है। हमने केवल घोषणा ही नहीं की, बल्कि हम कोशिश करते हैं कि एक-दो महीने के अंदर किसानों के खाते में पैसा चला जाए। डीएम और एसडीएम बर्बाद हुई फसलों की पैमाइश दो हफ्ते में पूरी लेंगे और अगले एक से डेढ़ महीने के अंदर किसानों के खाते में मुआवजा पहुंच जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा , " कुछ दिन पहले अपने दिल्ली के कुछ किसान मुझसे मिलने के लिए आए थे। वे बहुत दुखी थे। किसानों ने बताया कि बे-मौसम बारिश की वजह से उनकी फसलें बर्बाद हो गई हैं। मैं अपने दिल्ली के सभी किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि आपको दुखी होने की बिल्कुल जरुरत नहीं है। मैं हूं न, 'आप' की सरकार है न। हम आपकी हर मुसीबत में आपके साथ खड़े हैं। 'आप' की सरकार आपकी हर मुसीबत में आपके साथ खड़ी है।"
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले छह-सात साल में, जबसे दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से ही, जब भी ऐसे मौके आए और जब किसी वजह से किसान भाइयों की फसलें बर्बाद हुईं, 'आप'की सरकार ने आगे बढ़कर आप का साथ दिया। हमने हर बार 50 हजार प्रति हेक्टेयर के हिसाब से अपने किसान भाइयों को मुआवजा दिया। फसल बर्बाद होने पर पूरे देश में दिल्ली सरकार किसानों को सबसे ज्यादा मुआवजा देती है। देश के दूसरे राज्यों में, कहीं पर 8 हजार रुपए, तो कहीं पर 10 हजार रुपए मुआवजा दिया जाता है, लेकिन 'आप'की सरकार ने 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया। साथ ही, हमने केवल घोषणा ही नहीं की, बल्कि हम कोशिश करते हैं कि घोषणा करने के एक से तीन महीने के अंदर सभी किसान भाइयों के खाते में पैसा चला जाए।
उन्होंने कहा, "मैंने इस बार भी आदेश जारी कर दिए हैं कि जिन-जिन किसान भाइयों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उनको 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। हमारे सभी डीएम और एसडीएम पैमाइश कर रहे हैं कि कहां-कहां फसलें बर्बाद ही है। मुझे उम्मीद है कि दो हफ्ते के अंदर हम सारी पैमाइश व सर्वे पूरी कर लेंगे और उसके बाद जल्द से जल्द अगले एक से डेढ़ महीने अंदर किसान भाइयों का मुआवजा उनके खाते में पहुंच जाएगा। मैं अपने सभी किसान भाइयों से कहना चाहता हूं आपका बेटा आपके साथ खड़ा है। आप दुखी न हो। मैं समझता हूं कि आपकी फसलें बर्बाद हुई हैं। किसान फसल न लगाए, उसमें भी उसको तकलीफ तो होती है, लेकिन उसको उतनी तकलीफ नहीं होती है। लेकिन अगर वह फसल लगाए और उस पर पैसे खर्च करें। खाद-बीज लगाए और उसके बाद उसकी पूरी फसल बर्बाद हो जाए, तो किसान को बहुत ज्यादा दुख होता है। वह कहीं से कर्ज ले रखा होता है। वह कर्ज वापस करने लायक नहीं बचता है। हमारे किसान भाई बिल्कुल दुखी न हों। हम लोग आपके साथ हैं और हम आपका पूरा जल्द से जल्द देने की कोशिश करेंगे।"
वार्ता