राजधानी में कोरोना संकट-सेना से मांगी सरकार ने मदद

राजधानी में कोरोना संकट-सेना से मांगी सरकार ने मदद

नई दिल्ली। देशभर के साथ राजधानी दिल्ली में जारी कोरोना संक्रमण की महामारी कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रत्येक दिन 20,000 से भी ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। इसके अलावा लगभग 300 से भी ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों को रोजाना अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। राजधानी में जारी कोरोना संकट के बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सेना से महामारी की रोकथाम में मदद मांगी है। दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सेना को पत्र लिखकर मदद किए जाने की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने शनिवार को अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति, बेड और दवाइयों की कमी को लेकर दायर की गई याचिका पर सुनवाई की थी। जिसमें उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार को जमकर फटकार लगाते हुए राज्य सरकार को दिल्ली में अधिक बुनियादी ढांचे की स्थापना के लिए सशस्त्र बलों की मदद लेने को कहा था।

इसके बाद रविवार को दिल्ली सरकार ने सेना को पत्र लिखकर कोरोना की रोकथाम में मदद मांगी है। उधर केंद्र सरकार ने रविवार को उच्च न्यायालय को बताया कि यदि दिल्ली सरकार जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रही है तो वह केंद्र को बताएं। हम उपराज्यपाल से कहेंगे और दिल्ली की जिम्मेदारी संभाल लेंगे। केंद्र सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने यह दलील उस समय दी जब न्यायालय ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही केंद्र ने अधिसूचना जारी कर दिल्ली सरकार का मतलब उपराज्यपाल बताया है। इस बीच राहत वाली बात यह रही है कि उच्च न्यायालय की फटकार के बाद दिल्ली को कुल 454 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो गई है। यह आपूर्ति अब तक की 1 दिन में सबसे अधिक है। जिससे दिल्ली के अस्पतालों में रविवार को दिनभर इमरजेंसी की स्थिति बनी हुई है।

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