अध्यक्ष व पार्षद महीने में एक बार साफ-सफाई झाड़ू लगाकर स्वयं करे- मौर्य
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि नगर निकायों के अध्यक्ष अपने नगर निकाय को आत्मनिर्भर निकाय बनाने का संकल्प लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि सभी नगर निकायों के अध्यक्ष जिस तरह की स्थानीय निकायों के अध्यक्षों की अभिमुखीकरण कार्यशाला आज लखनऊ में हो रही है, वापस जाकर के आप लोग अपने नगर मे पार्षदों के साथ इसी तरह की कार्यशाला करें। केशव प्रसाद मौर्य आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में नवनिर्वाचित नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायत के अध्यक्षों के लिए आयोजित एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला के पूर्वान्ह के सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे, इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।
’भारत माता की जय’ के गगनभेदी उद्घोष के साथ अपने सारगर्भित और ओजस्वी उद्बोधन में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने नगर निकायों के अध्यक्षों को जहां उनके कर्तव्यों और दायित्वों का बोध कराया ,वहीं उन्होंने उनमें नई ऊर्जा व नए उत्साह का संचार भी किया। उप मुख्यमंत्री ने नगरीय निकायों के विकास और उत्तरोत्तर प्रगति के लिए अपने अनुभव साझा किये ।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मन्शा के अनुरूप नगर निकायों का समग्र और चहुंमुखी विकास करना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नगर निकायों के विकास में हमें सबको साथ लेकर चलना होगा। श्री मौर्य ने कहा स्वच्छता को लेकर नगर निकायों की बड़ी जिम्मेदारी होती है। सभी अध्यक्ष और पार्षद महीने में कम से कम एक दिन अपने नगर क्षेत्र में साफ-सफाई स्वयं झाड़ू लगाकर करें और बिना भेदभाव के विकास करें।
उन्होंने नगर निकायों के अध्यक्षों का आह्वान किया कि वह नगर निकाय की माफियाओं द्वारा कब्जा की गयी जमीनो को मुक्त करायें, लेकिन गरीबों को आवास की व्यवस्था करने के बाद ही उन्हें विस्थापित करें। कहा कि प्रधानमन्त्री ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत सरोवर विकसित करने विजन दिया था, और गांव व शहरों में अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं, कहा कि हमें अपनी गौरवशाली संस्कृति को संजोए रखने तथा जल संरक्षण के उद्देश्य से अमृत सरोवरो को विकसित करना है, इसलिए शहरों में भी जहां तालाबों में अवैध कब्जे है, उन्हें खाली कराकर अमृत सरोवरो के रूप में विकसित करें। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य गरीबों का कल्याण करना है। हम गरीबों का दर्द समझे, महसूस करें और उसे दूर करने का हर संभव प्रयास करें। प्रधानमंत्री आवास योजना को पूरी ईमानदारी के साथ इंप्लीमेंट करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें जो भ्रष्टाचार करें, उसको जेल का रास्ता खोलने की जिम्मेदारी नगर निकाय अध्यक्षों की है। कहा कि गरीब कल्याण की किसी योजना में कोई अवरोध नहीं आना चाहिए। नगर निकाय अध्यक्षों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा की पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत रेहडी़, पटरी दुकानदारों को कर्ज दिलाए व उनके लिए वेंडिंग जोन की स्थापना करायें।
कहा कि निकाय में सड़कों के निर्माण में ओवरलैपिंग ना होने पाए। नगर निकायों के एक-एक पैसे का हिसाब रखना है और यह जिम्मेदारी नगर निकाय अध्यक्षों की है कि वह सजग होकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी तालाब पानी से लबालब भरे जाएं और अधिक से अधिक वृक्षारोपण कराया जाए। प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास के साथ दी जा रही अन्य सुविधाओं का भी उन्होंने जिक्र किया और कहा कि यह सभी सुविधाएं लाभार्थियों को मिलना ही चाहिए। कहा कि बेईमानी रोककर डबल इंजन सरकार चल रही है, तो आपको भी बदलाव का संकल्प लेकर जाना चाहिए। कहा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी का दुनिया में डंका बज रहा है। अमेरिका का राष्ट्रपति प्रधानमंत्री का ऑटोग्राफ लेने की इच्छा व्यक्त करता है, इसका मतलब यह पूरे देश का सम्मान हो रहा है। उन्होंने कहा भयमुक्त, अपराधमुक्त व भ्रष्टाचार मुक्त नगर निकाय बनाना है, और यही सुशासन है। कहा कि गोआश्रय स्थलों पर प्रदत सारी व्यवस्थाएं, सुविधाएं दी जांय। वहां पर गोवंशों का सही तरह से संरक्षण हो। इस बारे में भी नगर निकायों को अध्यक्षों को अपनी नजर रखनी है। कहा कि पूरे देश में चार करोड़ से ज्यादा अधिक लोगों को पीएम आवास दिए गए हैं। हर घर नल से पानी योजना बड़ी योजना है। उन्होंने कहा हमें बिना भेदभाव, सबका साथ-सबका विकास के मूल मंत्र के साथ नगर निकायों में काम करना है और सबको साथ लेकर के चलना होगा। उन्होंने कहा कि नगर निकायों के लिए सरकार हर संभव मदद करेगी। मौर्य ने इस अवसर पर महानगरों के महापौरों को अंग वस्त्र भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने कहा नगर ,राज्य की पहचान होते हैं। कोई भी बाहर से जिस नगर में जाता है, वहीं से देखकर प्रदेश के बारे में उसके मन वैसी ही छवि बनती है। उत्तर प्रदेश कि लगभग एक तिहाई जनता नगरीय क्षेत्र में निवास करती है, जिसका प्रतिनिधित्व नगर निकायों के अध्यक्ष और पार्षद कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश अगर कोई देश होता तो आबादी के हिसाब से दुनिया का पांचवा देश होता। कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में 65 प्रतिशत हिस्सा नगर क्षेत्र का होता है। नगर ,निवेश के चुंबक होते हैं निवेश आकर्षित करते हैं। हमें प्रधानमंत्री की इच्छा के अनुरूप नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाना है। 2047 में दुनिया में सबसे शक्तिशाली और विकसित देश भारत को बनाना है। आधुनिक भारत बनाने में नगर निकाय प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि भारत सरकार के 9 साल के कार्यकाल में सारे सेक्टर में कायाकल्प हुआ है प्रधानमंत्री का विजन देश को विकसित भारत बनाना है। देश के अमृत काल की प्रथम बेला पर अगले 25 साल में हम ऐसे निर्माण की ओर बढ़ रहे हैं, जिसमें देश एक नया गौरव हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि कोविड काल में तमाम देशो की अर्थव्यवस्था खराब हुई, ऐसे में हमारा देश आत्मनिर्भर भारत रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, देश का ग्रोथ इंजन बन कर उभर रहा है। इंजन आफ इकोनामिक ग्रोथ शहर होते हैं। शहरों की सेवा करने का अवसर नगर निकाय के प्रतिनिधियों को मिला है। मुख्यमंत्री की संकल्पना के अनुरूप उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन बनकर उभर रहा है। इस ग्रोथ इंजन को ताकत देने वाले नगर निकाय हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 35 लाख करोड़ के ऊपर के एम ओ यू साइन हुए और पूरे प्रदेश के हर कोने में काम करने के लिए लोग तैयार हैं। स्वच्छ भारत मिशन, अमृत योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं की भी उन्होंने चर्चा की और कहा कि प्रदेश में 15 लाख लोगों को पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत लाभान्वित किया गया है। प्रदेश में अभूतपूर्व कम हो रहा है। कहा कि गांव से शहर पहुंचने पर आवश्यकताएं बढ़ जाती हैं। हम ठान लेंगे, तो अलौकिक ताकते हमें शक्ति प्रदान करेंगी। कहा कि नदियों और तालाबों में शहरों का गंदा पानी न पहुंचने पाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने सीख दी है जो कम करिए लोगों को साथ लेकर चलिए, हमें भी लोगों को जोड़ कर, उन्हें ओनरशिप देकर के आगे बढ़ाना है। हमें अपने आप ताकत मिल जाएगी। हम सब लोग अपने शहर को आदर्श शहर बनाने की ओर अग्रसर हो। कहा कि जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाता है उसी प्रकार सभी नगर निकाय अपना फाऊंडेशन डे मनाये। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत जो भी काम होने हैं, उस पर भी नगर निकायों के अध्यक्षों को ध्यान देना है ।सीमित संसाधनों में बेहतर सुविधाएं नागरिकों को देनी है। 140 करोड लोगों का वैक्सीनेशन करके हमने सिद्ध कर दिया है कि हम हर कार्य करने में सक्षम है। अपने को नई टेक्नोलॉजी से हमें जोड़ना है। यूथ को भी जोड़ना है स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटियो के बच्चों को अपने काम के साथ जोड़ें, तो कई गुना ताकत बढ़ जाएगी। उत्तर प्रदेश की एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने में नगर निकायों का भी अहम रोल रहेगा। उन्होंने कहा कि जन आकांक्षाओं की पूर्ति करने मे आप सफल हों।
सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने भी नगर निकाय की योजनाओं, अरबन फाइनेंसिंग, प्लान एप्रोच टू डेवलपमेंट के बारे में जानकारी दी। कहा कि नए भारत का नया उत्तर प्रदेश बनाने में नगर निकायों का भी अच्छा रोल रहेगा। इस अवसर पर राज्य मंत्री नगर विकास राकेश राठौर, राज्य सरकार के नगरीय विकास कार्यों के सलाहकार केशव वर्मा ,निदेशक स्थानीय निकाय श्रीमती नेहा शर्मा के अलावा प्रदेश के महानगरों के महापौर, नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायतों के अध्यक्ष प्रमुख रूप से मौजूद रहे।