भारतीय शेयर बाजार हरे निशान पर
नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर लगातार यही प्रयास कर रहे हैं कि आर्थिक विकास की गाड़ी पटरी पर लायी जाए। इसी संदर्भ में 12 अक्टूबर को भी बैठक हुई। इस बैठक का मकसद हालांकि राज्यों की जीएसटी हिस्सेदारी के भुगतान का तरीका खोजा था लेकिन देश को इस बात के लिए भी आश्वस्त किया गया कि चैथी तिमाही में आर्थिक विकास की गति निश्चित रूप से बढ़ेगी। इस आश्वासन की भनक और सकारात्मक अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से 12 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुले हैं। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स का आईपीओ 49 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है। यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी की लिस्टिंग फीकी रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 207 अंकों की उछाल के साथ 40,716 पर खुला। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 59 अंकों की तेजी के साथ 11,973 पर खुला। सुबह 10 बजे सेंसेक्स 271 अंकों की तेजी के साथ 40,780 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में करीब 809 शेयरों में तेजी और 326 में गिरावट आई है। मेटल, बैंक, इन्फ्रा और एएफएमसी शेयरों में तेजी देखी जा रही है। बीएसई पर बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में आईटीसी, पावरग्रिड, एसबीआई, इन्फोसिस, कोटक बैंक आदि शामिल रहे, जबकि लाल निशान वाले शेयरों में एक्सिस बैंक, मारुति, एचडीएफसी बैंक, टाइटन आदि रहे।
देश की दिग्गज डिफेंस कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स का आईपीओ 49 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुआ है। बीएसई पर यह 216.25 रुपये और एनएसई पर 214.95 रुपये पर लिस्ट हुआ है। इसके इश्यू कीमत 145 रुपये ही थी। यूटीआई एसेट मैनेजमेंट कंपनी की लिस्टिंग फीकी रही है। इसकी लिस्टिंग इश्यू से 11.51 फीसदी कम रेट पर हुई है। बीएसई पर इसका कारोबार 490 रुपये प्रति शेयर पर शुरु हुआ, जबकि आईपीओ का इश्यू कीमत 554 रुपये था। इसी तरह एनएसई पर इसकी शुरुआती कीमत 500 रुपये थी।
पिछले हफ्ते की बात करें तो अंतिम कारोबारी दिन अर्थात् 2 अक्टूबर को 30 कंपनियों वाला शेयर सूचकांक सेंसेक्स 326.82 अंक यानी 0.81 प्रतिशत बढ़कर 40,509.49 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 79.60 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11,914.20 अंक पर बंद हुआ था।