किसानों के सशक्तिकरण के लिए दिन रात काम कर रही है सरकार: शाह
नई दिल्ली। कृषि संबंधी दो विधेयकों के प्रावधानों को लेकर किसानों द्वारा किये जा रहे विरोध के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए सरकार दिन रात काम कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि सुधार के लिए लोकसभा द्वारा दो महत्वपूर्ण विधेयक पारित किये जाने पर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "भारत के मेहनती किसान देश की खुशहाली और समृद्धि के वाहक हैं, जिन पर पूरे देश को अभिमान है। मोदी सरकार के रूप में पहली बार कोई सरकार किसानों के सशक्तिकरण के लिए इस तरह दिन रात काम कर रही है और कल लोकसभा में पारित हुए ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयक इसी दिशा में एक अभूतपूर्व कदम है"।
गृह मंत्री ने कहा, "मोदी सरकार के ये ऐतिहासिक विधेयक किसानों तथा कृषि क्षेत्र को बल देंगे और उनको बिचौलियों व अन्य समस्याओं से मुक्त करेंगे। इन विधेयकों से किसानों को उनकी उपज बेचने के लिए नये अवसर प्राप्त होंगे, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी"।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा , "यह ऐतिहासिक व महत्वपूर्ण कृषि सुधार किसानों के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन लाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक अहम भूमिका निभाएंगे। इन विधेयकों के पारित होने पर मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ"।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा ने गुरूवार को 'कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020' तथा 'कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक, 2020' को मंजूरी दी थी।
कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक एक इको-सिस्टम बनाएगा। इससे किसानों को अपनी पसंद के अनुसार उपज की बिक्री-खरीद की स्वतंत्रता होगी। वैकल्पिक व्यापार चैनल उपलब्ध होने से किसानों को लाभकारी मूल्य मिलेंगे और अंतरराज्यीय तथा राज्य में व्यापार सरल होगा।
कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक में कृषि करारों पर राष्ट्रीय फ्रेमवर्क का प्रावधान किया गया है, जो पारस्परिक रूप से सहमत लाभकारी मूल्य फ्रेमवर्क पर भावी कृषि उत्पादों की बिक्री व फार्म सेवाओं के लिए कृषि बिजनेस फर्मों, प्रोसेसर्स, एग्रीगेटर्स, थोक विक्रेताओं, बड़े खुदरा विक्रेताओं एवं निर्यातकों के साथ किसानों को जुड़ने के लिए सशक्त व संरक्षित करता है।
वार्ता