ब्रिटिश काउंसिल के प्रतिनिधिओं ने ODOP योजना को सराहा

ब्रिटिश काउंसिल के प्रतिनिधिओं ने ODOP योजना को सराहा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई ब्रिटिश हाईकमिश्नर, अलेक्स एलिस की मुलाकात के क्रम में अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन नवनीत सहगल ने ब्रिटिश काउंसिल के प्रतिनिधिओं से वर्चुअल माध्यम संवाद किया। संवाद का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग एवं ब्रिटिश काउंसिल के बीच सहयोग की सम्भावनाएं तलाशना था।

सर्वप्रथम नवनीत सहगल ने एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में ब्रिटिश काउंसिल के प्रतिनिधिओं को जानकारी दी। उन्होंने ओडीओपी कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डालते हुऐ कहा कि लगभग 56,000 से अधिक ओडीओपी कारीगरों को प्रशिक्षित किया गया। लगभग 41,000 कारीगरों को उन्नत टूलकिट प्रदान किया गया। साथ ही 500 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं को ओडीओपी मार्जिन मनी स्कीम के माध्यम से बैंक लोन उपलब्ध कराया। इसके अतिरिक्त अन्य सरकारी योजनओं के माध्यम से भी ओडीओपी इकाईयों को बैंक लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 22 सामान्य सुविधा केन्द्रों का शिलान्यास किया जा चुका है। इसके अलावा 20,000 से अधिक ओडीओपी उत्पादों को ऑनलाइन सेल्स प्लेटफार्म से जोड़ा गया है।

ब्रिटिश काउंसिल के प्रतिनिधिओं ने ओडीओपी योजना को सराहा और प्रदेश सरकार के साथ कार्य करने की इच्छा व्यक्त की। ब्रिटिश काउंसिल ने ओडीओपी कारीगरों को अपना सामान ऑनलाइन बेचने के लिए डिजिटल टूलकिट उपलब्ध कराने एवं उसे इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग देने का प्रस्ताव दिया। ओडीओपी उत्पादों का ब्रिटेन में विपणन हो सके, इसके लिए सहायता करने का आश्वासन भी ब्रिटिश काउंसिल के प्रतिनिधिओं ने दिया। ओडीओपी उत्पादों को ब्रिटेन में होने वाले प्रचार/शिल्प कार्यक्रमों में प्रमुख स्थान देने पर भी सहमति बनी। इस क्रम में ब्रिटिश काउंसिल के उपक्रम क्राफ्ट्स काउंसिल के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में, अगले साल होने वाले कार्यक्रम में ओडीओपी उत्पादों को प्रदर्शित करने का भी निर्णय लिया गया।

नवनीत सहगलने ब्रिटिश काउंसिल द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की सराहना की और इस चर्चा को मूर्त रूप देने के लिए उनसे प्रस्ताव उपलब्ध कराने का आगृह किया। उन्होंने ब्रिटिश कौंसिल के प्रतिनिधि को इस दिशा में तीव्रता से कार्य करने को कहा जिससे की ब्रिटिश काउंसिल के कार्यक्रमों का लाभ उत्तर प्रदेश के उद्यमियों को शीघ्र दिया जा सके।

संवाद के दौरान आर्टस् ब्रिटिश काउंसिल इण्डिया के निदेशक जोनाथन केन्डी, डायरेक्टर नार्थ इण्डिया ब्रिटिश काउंसिल रशि जैन, नार्थ इण्डिया ब्रिटिश काउंसिल हेड ऑफ आर्ट्स देविका पूरनदारे वर्चुअल जुड़ी थीं।





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