बृजभूषण की उछलकूद 65 घंटे में ही ले गई नए अध्यक्ष संजय की कुर्सी
गोंडा। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की उछलकूद नए बने अध्यक्ष संजय सिंह की कुर्सी 65 घंटे के भीतर ही ले गई है। खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष समेत जिस तरह से सभी कमेटी को भंग कर दिया है और भारतीय कुश्ती संघ के सभी फसलों पर भी अगले आदेशों तक रोक लगा दी है, उससे निश्चित ही बीजेपी सांसद के साम्राज्य पर कुठाराघात हुआ है।
रविवार को खेल मंत्रालय द्वारा भंग किए गए भारतीय कुश्ती संघ के सस्पेंड अध्यक्ष संजय सिंह बबलू ने कहा है कि भारतीय कुश्ती संघ का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से हुआ था और इलेक्शन में मुझे 40 वोट मिले थे। चुनाव जीतने के बाद ही मैं भारतीय कुश्ती संघ के पद पर विराजमान हुआ हूं। अपने अरमानों पर फिरे पानी को लेकर संजय सिंह का कहना है कि अध्यक्ष पद मुझे विरासत में नहीं मिला है। लेकिन खेल मंत्रालय ने जो भी फैसला लिया है मैं उसके निर्णय का स्वागत करता हूं और आगे भी खेल मंत्रालय का जो फैसला होगा उसका भी मैं स्वागत करता रहूंगा। क्योंकि खेल मंत्रालय मेरे लिए सर्वोपरि है और मेरी अभी इस मामले को लेकर खेल मंत्रालय से कोई बात नहीं हुई है। उधर माना जा रहा है कि बृजभूषण शरण सिंह द्वारा भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर संजय सिंह के निर्वाचन के बाद जिस तरह से छाती चौड़ी करते हुए अपने बयान दिए गए थे उन्होंने पहलवानों के साथ चल रहे मामले में आग में घी डालने का काम किया है। उधर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे ने भी जिस तरह अपनी दबंगई के पोस्टर लहराये थे वह भी शायद नए अध्यक्ष की कुर्सी के जाने का कारण बने हैं।