भिखारी को पत्नी के बुढ़ापे का ख्याल- खरीदकर दी यह गाड़ी-सभी आश्चर्यचकित

भिखारी को पत्नी के बुढ़ापे का ख्याल- खरीदकर दी यह गाड़ी-सभी आश्चर्यचकित

नई दिल्ली। भीख मांगकर पत्नी को तोहफे में बुढ़ापे की लाठी के रूप में मोपेड बाइक खरीदकर देने वाले दिव्यांग भिखारी की चौतरफा चर्चा हो रही है। आमतौर पर मेहनत मजदूरी करते हुए बाइक खरीदने में असमर्थ लोग भी मोपेड बाइक खरीद कर पत्नी को देने वाले दिव्यांग से अब ईर्ष्या करने को मजबूर हो चले हैं।

दरअसल मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा निवासी दिव्यांग संतोष कुमार साहू ट्राईसाईकिल के माध्यम से पत्नी को बैठाकर भीख मांगने का काम करता था। ट्राईसाईकिल में बैठे पति को पत्नी पीछे से धक्का लगाकर भीख मांगने के लिए इधर से उधर ले जाती थी। लेकिन जब ट्राई साइकिल में धक्का मारते मारते पत्नी की कमर में दर्द रहने लगा तो वह बीमार हो गई। दिव्यांग भिखारी पति ने पत्नी का इलाज कराने के साथ-साथ 90000 रूपये की भारी भरकम धनराशि एकत्र कर पत्नी को तोहफे के रुप में मोपेड बाइक खरीद कर दी। ताकि बुढ़ापे में पत्नी को किसी तरह की परेशानी नहीं हो सके।

बाइक खरीदने के बाद भिखारी ने उन लोगों के बीच जाकर मिठाई भी बांटी जिन्होंने संकट के समय कभी न कभी और किसी न किसी रूप में उन दोनों की मदद की थी। बताया जा रहा है कि भीख मांगकर पत्नी को तोहफे में मोपेड बाइक देने वाला भिखारी संतोष साहू दोनों पैरों से दिव्यांग है। इतना ही नही संतोष कुमार साहू ने पत्नी के इलाज में 50000 रूपये खर्च कर दिए। इसके बाद उसने सोचा कि कमजोर हो चुकी पत्नी अब किस तरह से उसकी ट्राई साइकिल को धक्का दे पाएगी।

लिहाजा पत्नी को आराम देने के लिए संतोष साहू ने 90000 रूपये की नगद धनराशि देकर मोपेड बाइक खरीद ली। संतोष साहू ने बताया है कि उसने तकरीबन 4 वर्षों तक एक एक रूपया करके जोड़ा था। अब वह आराम से पत्नी को मोपेड बाइक पर पीछे बैठाकर भीख मांगता है।

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