तीसरी लहर से बच्चों को बचायेंगे आंगनबाड़ी केन्द्र : योगी
कानपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगंनबाड़ी कार्यकत्रियों के काम की सराहना करते हुये कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से नौनिहालों को बचाने के लिये आंगनबाड़ी केन्द्रों की भूमिका अहम होगी।
योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र को सुविधा सम्पन्न बनाये जाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्हे विश्वास है कि आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा सम्पन्न बनाये जाने के लिए जनप्रतिनिधियों को भी इससे जुड़ने के लिए भी प्रेरित करेगी।
उन्होने कहा " बच्चे के जन्म से 1000 दिन काफी अहम होते हैं। जैसा लालन पालन देंगे वैसी ही पीढ़ी हमारे सामने होगी। " आंगनबाड़ी द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि तीसरी वेव से बच्चों को बचाने के लिए भी आशा आंगनबाड़ी मेडिकल किट बांट रही हैं। विश्वसनियता के साथ डटकर मुकाबला करते हुए अपना काम आंगनबाड़ी कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, कोरोना के चलते 16 महीनों से शिक्षण कार्य बाधित हुआ है,लेकिन इन सबके बीच रास्ता निकालना होगा। उन्होने कहा कि, समाज की व्यवस्था में समाज आगे और सरकार पीछे रहे तो जन आंदोलन बनता है। समाज और सरकार एकसाथ चलकर सफलता हासिल करते हैं। आप समाज की चिंता कर रहे हैं तो सरकार आपकी भी चिंता करेगी।
यह बातें बुधवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित अन्नप्रासन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही। इस दौरान कार्यक्रम में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल, महापौर प्रमिला पांडेय,औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना,उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल कमल,कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक, कुलसचिव अनिल कुमार यादव समेत अन्य शिक्षक मौजूद रहें।
इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने बच्चों को प्री स्कूल किट का वितरण किया। आगंनबाड़ी केद्रों पर ईसीसीई की गतिविधियों के क्रियान्वन को सुगम बनाने के लिए आईसीडीएस द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए 'पहल' नाम की एक ईसीसीई मैन्युल बनाई गई है। इस मैन्युल का निर्माण एससीईआरटी द्वारा विकसित पाठ्यक्रम के अनुसार किया गया है जिसको 44 जिलों में पहुंचाया जा चुका है।
वार्ता