हिंदूओं पर अत्याचार के बाद अब हिंदू शिक्षकों से लिए जा रहे हैं इस्तीफे
ढाका। प्रधानमंत्री रही शेख हसीना की बर्खास्तगी के बाद शुरू हुआ हिंदुओं पर अत्याचार का सिलसिला अंतरिम सरकार के गठन के बाद भी खत्म नहीं हो रहा है। तख्ता पलट के बाद हुए हिंदुओं पर अत्याचार के बाद अब हिंदू शिक्षकों को जबरन सरकारी नौकरी छोड़ने को मजबूत किया जा रहा है, उनसे जबरन इस्तीफा लेते हुए नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
रविवार को इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पड़ोसी बांग्लादेश में हुए तख्ता पलट के बाद शुरू हुआ हिंदुओं पर अत्याचार का सिलसिला खत्म होने की बजाय लगातार आगे बढ़ता जा रहा है।
अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में देश की जिम्मेदारी संभालने वाले नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की ओर से समूची दुनिया के सामने किए गए वादों के बावजूद अब हिंदू शिक्षकों को सरकारी नौकरी से इस्तीफा देने को मजबूर किया जा रहा है। पड़ोसी बांग्ला देश में अभी तक कम से कम 50 हिंदू शिक्षकों को जबरन अपनी नौकरी छोड़ने को मजबूर किया गया है।
रविवार को बांग्लादेशी अखबार प्रोथोम आलो के मुताबिक बरिशाल के बेकरगंज सरकारी कॉलेज की प्रिंसिपल शुक्ला रानी हलदार को भी अपना इस्तीफा देना पड़ गया है। 29 अगस्त को स्टूडेंट तथा बाहरी लोगों की भीड़ ने प्रिंसिपल के दफ्तर पर धावा बोल दिया था और उनसे इस्तीफा देने की डिमांड की थी। कई घंटे तक डराने धमकाने के बाद परेशान हुई प्रिंसिपल हलदर ने एक सादे कागज पर सिर्फ मैं इस्तीफा देता हूं लिखकर सरकारी नौकरी छोड़ने का ऐलान कर दिया।