28 साल बाद आज अपने घर रात बिताएंगे योगी - परिवार में खुशी का माहौल
लखनऊ। उत्तराखंड के गांव पंचूर को छोड़कर सन्यासी जीवन अपनाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आज लगभग 28 साल बाद अपने घर पंचूर में अपने परिवार के साथ पहली बार रात बिताएंगे। मुख्यमंत्री के अपने घर रुकने के फैसले से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अल्पायु में ही अपने गांव पंचूर को छोड़कर सन्यासी बन गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के मठ में जााकर सन्यासी जीवन बिताने लगे थे। इसके बाद योगी आदित्यनाथ 1998 में पहली बार गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और सांसद बन गए थे। तब से लगातार योगी आदित्यनाथ गोरखपुर लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद में पहुंचते रहे।
साल 2017 में जब उत्तर प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला तो भाजपा ने उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चुनते हुए सत्ता सौंप दी । सन्यासी जीवन अख्तियार करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने अपने घर लौटने कि कभी भी कोशिश नहीं की। लगभग 28 साल बाद जब उत्तराखंड सरकार ने उन्हें यमकेश्वर के विथयानी गांव में अपने गुरु महंत अवैधनाथ की मूर्ति का अनावरण करने के लिए आमंत्रित किया तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस निमंत्रण को ठुकरा ना सके और उन्होंने कार्यक्रम के बाद अपने गांव पंचूर में अपने घर 28 साल बाद रात बिताने का फैसला किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है। जहां तीन भाई घर में ही रहते हैं तो वही तीन बहने भी अपने भाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपने घर में रुकने के लिए अपने मायके चली आई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने घर में 28 साल बाद अपनी 84 साल की मां के साथ रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस दौरे को व्यक्तिगत मानते हुए सुरक्षा व्यवस्था के मजबूत इंतजाम किए गए हैं।