बलवे की आशंका से डरी सरकार ने पांच जिलों में कर्फ्यू लगाया
इंफाल। दंगे और हिंसा की घटनाओं से बचने के लिये अपने घर छोडकर गये लोगों के वापिस लौटने पर बलवा होने की आशंका से डरी राज्य सरकार ने पांच जिलों में पूरी तरह से कर्फ्यू लगा दिया है।
दरअसल इंफाल स्थित कई नागरिक संगठनों की एक प्रमुख संस्था मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति के विस्थापितों के अपने घरों को लौटने के आह्वान के मद्देनजर मणिपुर सरकार ने बुधवार को राज्य के पांच जिलों पूरी तरह कर्फ्यू लगा दिया है।
चुराचांदपुर जिले में तीन मई को हिंसा शुरु होने के बाद 60 हजार से अधिक लोग विस्थापित हो गये थे। चुराचांदपुर, मोरेह, कांगपोकपी में एक विशेष जातीय समूह के स्वामित्व वाले सभी घरों को दूसरे समूह के लोगों ने नष्ट कर दिया था। पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुछ निवासियों ने इलाकें में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार होने पर अपने घरों में लौटने की इच्छा व्यक्त की, लेकिन उन्हें वापस जाने की अनुमति नहीं दी गई थी।
समन्वय समिति के नेताओं ने कहा कि अगर सेना और अन्य सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकेंगे तो भी वे घरों में घुस जायेंगे। सूचना मंत्री डॉ. सपम रंजन ने समिति से अपने इस आह्वान को वापस लेने की अपील की। इस बीच पुनर्वास की मांग को लेकर बड़े बलवे की आशंका के चलते इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, काकचिंग और थौबल जिलों में पूरे दिन के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। शेष 11 जिलों में दिन के दौरान कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।