टेस्टिंग में 1.25 करोड़ का आंकड़ा पार: प्रसाद
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की टेस्टिंग में नया बैंच मार्क स्थापित करते हुए सवा करोड़ का आकड़ा पार किया है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरूवार को यहां बताया कि राज्य में बुधवार को कोविड-19 की टेस्टिंग में नया रिकार्ड बनाया है। उन्होंने बताया कि कल टेस्टिंग की संख्या सवा करोड़ का आकड़ा पार किया है। प्रदेश में गत 30 सितम्बर को कुल टेस्टिंग में एक करोड़ का आकड़ा पार किया था। पिछले 15 दिनों में 25 लाख और टेस्ट किये गये।
उन्होंने बताया कि बुधवार को राज्य में एक दिन में कुल 1,54,163 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,25,09,210 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश कुल टेस्टिंग में देश में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2728 नये मामले आये हैं जबकि 3239 व्यक्ति उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये हैं। अब तक कुल 4,04,545 लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 90.42 प्रतिशत हो गया है।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि राज्य में 36,295 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। एक्टिव केसों में पिछले चार सप्ताह में 47 प्रतिशत की कमी आयी है। होम आइसोलेशन में 16,995 लोग हैं। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 2,48,045 लोग होम आइसोलेशन की सुविधा प्राप्त करते हुए 2,31,050 लोगों ने अपने होम आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर ली है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,40,456 क्षेत्रों में 4,19,563 टीम दिवस के माध्यम से 2,70,97,661 घरों के 13,37,13,142 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि जब तक कोविड-19 की निश्चित दवा या वैक्सीन नहीं आती तब तक संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा उपचार है। उन्होंने कहा कि सावधानी बरत कर हम खुद बच सकते हैं और दूसरों को इस संक्रमण से बचा भी सकते हैं। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है। ई-संजीवनी के माध्यम से 2,577 लोगों ने चिकित्सकीय परामर्श लिया। अब तक कुल 1,39,830 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सकीय परामर्श लिया।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने कहा कि कोरोना संक्रमण के काल में हैण्ड वाशिंग, कोरोना से बचाव एवं उसके संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए सबसे अच्छा उपाय है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर हाथ को साबुन-पानी से धोने व साफ रखने से शरीर के अन्दर विषाणु जाने एवं स्वयं को संक्रमण से बचाया जा सकता है।