हम केंद्र सरकार की शर्तों पर बातचीत नहीं करेंगे: टिकैत

हम केंद्र सरकार की शर्तों पर बातचीत नहीं करेंगे: टिकैत

सोनीपत। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कुंडली बॉर्डर पहुंचकर कहा कि किसान बातचीत के लिए तैयार हैं, मगर यह भी तय है कि हम केंद्र सरकार की शर्तों पर बातचीत नहीं करेंगे।

नेता राकेश टिकैत ने किसान मोर्चा के सभी वरिष्ठ नेताओं को उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकारों को इन राज्यों से उखाड़ फेंकेंगे।

नेता राकेश टिकैत के कुंडली बार्डर धरने पर पहुंचने पर आंतिल खाप समेत अनेक किसान संगठनों ने उनकी अगुवाई की। संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच से अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सरकार कितना भी षडयंत्र रच ले, किसान पीछे हटने वाले नहीं है। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री को मंच से जवाब दिया कि बातचीत के लिए किसान भी तैयार हैं, लेकिन शर्तें सरकार की नहीं चलेंगी। कृषि कानूनों को हर हाल में रद्द करना होगा। जब तक ये कानून रद्द नहीं होंगे किसान धरनास्थलों से हटने वाले नहीं हैं।

उन्हाेंने दोहराया कि 22 जुलाई से संसद के मानसून सत्र के दौरान रोजाना 200 किसान धरनास्थलों से संसद पहुंचेंगे और वहां पर प्रदर्शन करेंगे। ये किसान बसों या कारों में सवार होकर संसद तक जाएंगे। इस दौरान ट्रैक्टरों का इस्तेमाल नहीं होगा। उन्होंने हरियाणा सरकार के मंत्रियों को बड़बोले करार दिया। उन्होंने कहा कि यहां के मंत्री कुछ ज्यादा ही बोलते हैं। अब कहां हैं ये मंत्री। हिम्मत है तो सामने आएं।

नेता राकेश टिकैत ने धरनास्थलों से अपने संबोधन में कहा कि फिलहाल गर्मी ज्यादा है। मौसम में सुधार होते ही धरनास्थलों पर पहले की तरह किसानों की भारी भीड़ हो जाएगी। ठंड में ही सरकार का इलाज किया जाएगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार वैक्सीन की दो डोज दे रही है लेकिन किसान सरकार को दवाई की तीन डोज देंगे।

भाकियू नेता ने कहा कि पंजाब के किसान संगठनों के एक होने का असर यह हुआ कि देशभर में किसान एकजुट हो गए। हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के सभी किसान संगठन एक होकर लड़ाई के लिए तैयार हैं। ऐसे में किसानों की जीत निश्चित है। साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनावों के दौरान सरकार की गुंडागर्दी देखने को मिली। यहां प्रत्याशियों को पर्चा ही नहीं भरने दिया गया और उन्हें मार कर भगा दिया। विधानसभा चुनाव में इसका बदला लिया जाएगा।

उनके संबोधन के दौरान किसान मोर्चा के अधिकांश नेता और भारी संख्या में किसान मौजूद रहे। इससे पहले आज शामली, उत्तर प्रदेश से ट्रैक्टरों का बड़ा काफिला कुंडली बॉर्डर पहुंचकर धरने में शामिल हुआ। गौरव टिकैत की अगुवाई में आया यह काफिला कई दिन तक कुंडली बॉर्डर पर ही रहेगा।

वार्ता

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