ओमिक्रॉन के बीच अब इस बवाल से तबाही की आशंका
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की घुसपैठ के बीच बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान जवाद ने 3 राज्यों के लोगों की चिंताओं में घना इजाफा कर दिया है। शनिवार को ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों से तूफान के टकराने के बाद रविवार की दोपहर तक इस जवाद तूफान के पुरी तट से भी टकराने की आशंकाएं हैं। देश में आए यास और गुलाब के बाद जवाद नाम का तीसरा तूफान है जो इस वर्ष ओडिशा पहुंच रहा है। किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से एनडीआरएफ की 40 टीमों की तैनाती की गई है।
शनिवार को मौसम विज्ञान विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्र की ओर से बताया गया है कि शनिवार को ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों से टकराने वाला चक्रवात रविवार की दोपहर के आसपास पूरी जनपद के सबसे करीब होगा। तूफान के कारण शनिवार और रविवार की सवेरे आंध्रप्रदेश और ओड़िशा में तेज बारिश होगी। रविवार को तूफान बंगाल की खाड़ी की और वापस लौट जाएगा, जिससे बंगाल के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। बताया जा रहा है कि इस दौरान तकरीबन 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जोरदार हवाएं चलेंगी। इन तूफानी हवाओं का सबसे ज्यादा असर विशाखापट्टनम, श्रीकाकुलम, पुरी गंजम, गजपति, भद्रक, बालासोर और नयागढ़ जनपदों के ऊपर पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से सभी मछली पकड़ने वालों के साथ पर्यटन के लिए आने वाले लोगों को गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। उधर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में जारी किए गए रेड अलर्ट के चलते 5 दिसंबर को होने वाली यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द कर दी गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इसकी संशोधित डेटाशीट बाद में अपलोड की जाएगी।