सैनिकों का बलिदान शब्दों में बयां नहीं हो सकता-लेफ्टिनेंट जनरल डिमरी

सैनिकों का बलिदान शब्दों में बयां नहीं हो सकता-लेफ्टिनेंट जनरल डिमरी

बरेली। मध्य कमान सेना के अलंकरण समारोह में जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ सेंट्रल कमांड लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा करते हुए सैनिकों को खो देना बहुत दुखदाई घटना होती है। इसे किसी भी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है।

उन्होने कहा हमारा राष्ट्र निस्वार्थ बलिदान को हमेशा याद रखेगा और हमारे साथी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत भी होगें। वीरगति प्राप्त परिवारों के साथ भारतीय सेना भविष्य में उनके साथ खड़ी रहेगी। ऐसा अतीत में भी किया जाता रहा है।

शुक्रवार सुबह बरेली स्थित बख्शी परेड ग्राउंड पर आयोजित अलंकरण कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने 30 वीर सैनिकों, वीर नारियों व वीर माताओं को पदक सम्मानित किया। उन्होंने कहा यह पुरस्कार बहादुरी, आत्मविश्वास, लगन, निष्ठा का बेमिसाल मिसाल है। पुरस्कार पाने वाले वीर सैनिक समाज को निश्चित तौर पर प्रेरित करते हैं। पुरस्कार विजेता का चयन एक कठिन प्रक्रिया से होता है।

उन्होंने कहा कि इन वीर सैनिकों में एक समानता है राष्ट्र सेवा। स्वास्थ्य सेवा का भाव भी रखते हैं। हमारे पुरस्कार विजेता युवा पीढ़ी के लिए आदर्श और प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने कहा सभी परिचित हैं कि भारतीय सेना के लिए बीता वर्ष काफी चुनौती भरा रहा है। विभिन्न कठिन क्षेत्रों में कार्यरत बहादुर सैनिकों ने इसका सामना करते हुए सीमाओं को सुरक्षित करते हुए बेहतर प्रदर्शन किया है। कोविड-19 कार्यकाल में भी भारतीय सेना ने अनुकरणीय कार्य किया है।

बहादुर सैनिकों के सम्मान में जेआरसी मैदान पर अलंकरण समारोह में मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेन्द्र डिमरी ने जांबाज सैनिकों को नौ सेना मेडल, तीन बार टू सेना मेडल और 11 विशिष्ट सेना मेडल दिए गए। इसके अलावा प्रशस्ति पत्र और अन्य ट्राफियां और पुरस्कार भी दिए गए।

इस अलंकरण समारोह में भारतीय सेना का एक एएलएच हेलीकॉप्टर और दो चीता हेलीकॉप्टरों से फ्लाई पास्ट का आयोजन कराया गया। इसके बाद सेना के तीन हेलीकॉप्टर से वीर जवानों, मार्च पास्ट और आयोजन स्थल पर पुष्प वर्षा की गई। कार्यक्रम स्थल पर आसमान में सुखोई विमान भी गुजारा गया।

इससे पहले जाट रेजिमेंटल सेंटर, बंगाल सैपर्स ग्रुप ट्रेनिंग सेंटर, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर और कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर के टुकड़ियों की परेड शामिल हुईं। जिसका लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ने निरीक्षण किया। इसके साथ ही टी-90 भीष्म टैंक, बोफोर्स तोप, बीएमपी सारथ और भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग किए जाने वाले उपकरणों सहित अन्य संचार उपकरण प्रदर्शन भी किया गया।

इस अलंकरण समारोह में भारतीय सेना का एक एएलएच हेलीकॉप्टर और दो चीता हेलीकॉप्टरों से फ्लाई पास्ट का आयोजन कराया गया। इसके बाद सेना के तीन हेलीकॉप्टर से वीर जवानों मार्च पास्ट और आयोजन स्थल पर पुष्प वर्षा की गई। कार्यक्रम में सुखोई विमानों ने भी कार्यक्रम स्थल पर आसमान में उड़ान भरी।

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