फेसबुक-व्हाट्सएप पर लूट योजना, तीन बदमाश गिरफ्तार
नयी दिल्ली। राजधानी में संगीन अपराधों को अंजाम देने और पुलिस की पकड़ से बचने के लिए कुख्यात बदमाश माइक्रो ब्लॉगिंग साइट व्हाट्सएप एवं फेसबुक कॉल का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने राजधानी में लोगों को बंधक बनाकर लूटपाट करने वाले तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर तफ्तीश की तो पता चला कि जेल में बंद जितेंद्र गोगी गिरोह का सदस्य दीपक बैजानियां पिछले कई वर्षों से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है। वह पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए सोशल मीडिया के जरिये कॉल कर संगीन अपराधों की योजना बनाता था। पिछले सप्ताह भी उसने साथी से बात कर यमुनापार में वारदात को अंजाम देने योजना बनायी थी, लेकिन उसका यह चाल को पुलिस ने नाकाम कर दिया। उसके तीन गुर्गे वारदत से पहले ही गिरफ्तार कर लिये गये।
पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) राजेश देव ने शुक्रवार को बताया कि तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गोगी गिरोह के सुदीप ढाका (21), सुखचैन उर्फ सुक्खा और सचिन को एक सूचना के आधार पर गुरुवार को खजूरी फ्लाईओवर के पास गिरफ्तार किया गया। ये अभियुक्त व्हाट्सएप एवं फेसबुक कॉल से अपने आका के निर्देश पाकर राजधानी के युमनापार क्षेत्र के पॉश इलाके में वारदात को अंजाम देने कार से आ रहे थे तभी गिरफ्तार कर लिये गये। हरियाणा के सोनीपत जिले के निवासी इन आरोपियों की तलाशी ली गई तो उनके पास से तीन पिस्तौल, तीन मैगजीन, 10 जिंदा कारतूस, बंधक बनाने के लिए रस्सी के अलावा और पुलिस को चकमा देने के लिए उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा के नकली कार नंबर प्लेट बरामद किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात जितेंद्र गोगी और नीरज बवानियां का करीब गैंगेस्टर दीपक बैजानियां ने यमुनापार में लूटपाट की योजना बनायी थी। इस वारदात को अंजाम देने के लिए व्हाट्सएप कॉल से सुदीप को बिस्तार से बताया था, जो सुखचैन और सचिन को साथ लूटपाट करने जा था। हथियार एवं अन्य चीजें सोनू नामक एक युवक से मुरथल में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर एक पर मुहैया करायी थी।
पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) राजेश देव ने बताया कि पूछताछ में पता चला के यह शातिर गिरोह पूरी योजना के साथ देश की राजधानी के पॉश इलाकों में लूटपाट करते थे। वे घरों में घुसते ही परिवार के सदस्यों रस्सी कर वारदात को अंजाम देने में माहिर हैं।
वार्ता