ममता बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा को रोकने में असफल रही: भाजपा
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा को रोकने में असफल रही हैं और राज्य सरकार वर्दी का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए कर रही है।
पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय की ओर से आये निर्देशों के बाद भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने गुरुवार को यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सुश्री बनर्जी राज्य में हत्या और हिंसा रोक पाने में असफल रही हैं और लोगों को इंसाफ दिलाने में भी विफल रहीं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं को बहुत ज़ुल्म सहने पड़े हैं।
भाटिया ने उच्च न्यायालय के निर्देशों का स्वागत करते हुए कहा, "कलकत्ता उच्च न्यायालय के पांचों जजों ने एकमत से कहा है कि जिन निर्दोष लोगों ने उत्पीड़न सहा, जिनके परिजनों को मार दिया गया, जिन महिलाओं ने अस्मिता खोई है, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए, ये इंसाफ निष्पक्ष जांच के बाद ही संभव है।"
उन्होंने कहा, "हमारे जो भाई बहन पश्चिम बंगाल में हैं, हम उन्हें ये संदेश जरूर देना चाहेंगे कि उनको इंसाफ मिले ये हमारी प्राथमिकता है। जब तक आपको इंसाफ नहीं मिलता तब तक भाजपा हर उस परिवार और पीड़ित के साथ खड़ी है, जिसके साथ तृणमूल कांग्रेस के हिंसक कार्यकर्ताओं और सुश्री बनर्जी ने अन्याय किया है।"
उल्लेखनीय है कि आज कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामले में हत्या एवं दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई ) से जांच कराने का को आदेश दिया।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिन्दल की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय पीठ ने चुनाव के बाद कथित हिंसा के संबंध में अन्य आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का भी आदेश दिया। पीठ ने कहा कि दोनों जांच अदालत की निगरानी में की जाएंगी। सीबीआई से आगामी छह सप्ताह में अपनी जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
वार्ता