कोरोना के बढ़ते मामले-कहीं तीसरी लहर की आहट तो नहीं?
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से जिस तरह अपना सिर उठा रहे हैं, उसके चलते विशेषज्ञों द्वारा संक्रमण की तीसरी लहर सितंबर से अक्टूबर माह में आने की आशंका जताई जाने लगी है। विशेषज्ञों ने नवंबर में कोरोना के पीक पर रहने का दावा किया है।
देशभर में कोरोना संक्रमण के मामलों ने एक बार फिर से ऊपर की तरफ अपना सिर उठाना शुरू कर दिया है। यदि पिछले 24 घंटे की बात की जाए तो देश भर में 46759 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। जबकि इस दौरान 509 लोगों को इस बीमारी की चपेट में आकर अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 31374 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले देशभर में चिंता की लहर दौड़ा रहे हैं। केरल में 1 दिन के भीतर 32809 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जबकि इस बीमारी की चपेट में आकर 179 लोगों ने दम तोड़ दिया है।
हालांकि महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या में थोड़ी राहत की बात रही है। इस राज्य में 24 घंटे के भीतर 4600 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार के बाद विशेषज्ञों ने संक्रमण की तीसरी लहर सितंबर-अक्टूबर माह में आने की आशंका जताई है। विशेषज्ञों ने नवंबर में कोरोना का संक्रमण पीक पर रहने का दावा किया है। शुक्रवार को देश भर में 1 करोड से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई है जो कि 1 दिन में टीकाकरण का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी के साथ भारत में अब तक 62 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। देश भर में सबसे ज्यादा वैक्सीन उत्तर प्रदेश में लगाई गई है। यहां के 2872649 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया गया है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक रहा है जहां 10 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन लगा दी गई है। महाराष्ट्र में 984117 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है। हरियाणा में छह लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है।