अंबेडकर के जीवन को जन-जन तक पहुंचाएगी सरकार : केजरीवाल
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जीवन और संघर्ष से देश के लोग प्रेरणा ले सकें इसलिए उनके महान जीवन को एक भव्य संगीतमय नाटक के ज़रिए दर्शाया जाएगा।
केजरीवाल ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज बाबा साहब डॉ. अंबेडकर की 65वीं पुण्यतिथि है। मैं समझता हूं कि बाबा साहब डॉ. अंबेडकर भारत के सबसे बड़े सपूत थे। उन्होंने देश का संविधान बनाया। बाबा साहब ने दुनिया का सबसे बेहतरीन संविधान हमारे देश को दिया। बाबा साहेब पूरे जीवन दलितों और शोषितों के लिए लड़ते रहे, संघर्ष करते रहे। अगर मैं कहूं कि बाबा साहब शायद आज तक के भारत के सबसे अधिक पढ़े-लिखे नागरिक थे, तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। मैं नहीं जानता कि कोई और भारतीय ने इतनी पढ़ाई की हो। बाबा साहेब ने 64 विषयों में मास्टर डिग्री हासिल की थी। उन्होंने एक अमेरिका से और एक इंग्लैंड से दो डॉक्टरेट डिग्री ली थी। वो इतने गरीब परिवार से आते थे कि उनके घर में खाने को नहीं होता था। जब वो इंग्लैंड में डिग्री कर रहे थे, तो बीच में उनका छात्रवृत्ति रूक गई और उनको डिग्री बीच में छोड़कर आना पड़ा। इसके बाद फिर वो यहां पर पैसों का जुगाड़ करके दोबारा डिग्री लेने गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन दिनों में उन्होंने विदेशों में दो डॉक्टरेट डिग्री ली थी। आज की तारीख में कोई बच्चा विदेश पढ़ने जाना चाहता है, तो विदेश में पढ़ने जाना कितना मुश्किल है। उन दिनों में ऐसा शख्स, जिसने विदेशों से दो डॉक्टरेट डिग्री ली थी। उस जमाने के डॉक्टरेट डिग्री हासिल करने वाले पहले भारतीय थे। उनको नौ भाषाएं आती थीं। वो किताबों के बड़े शौकिन थे और उनकी एक व्यक्तिगत लाइब्रेरी थी। जिसमें 50 हजार किताबें थीं और उनकी लाइब्रेरी का नाम राजगीर था। कहते हैं कि उनकी व्यक्तिगत लाइब्रेरी दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी थी। आज वो हमारे बीच में नहीं है, लेकिन भारत ही, पूरी दुनिया उनकी कितनी कद्र करती है, यह आप इस बात से सोच सकते हैं कि लंदन के म्युजियम में आज कार्ल मार्क्स के बगल में उनकी प्रतिमा लगी हुई है। वह इतने बड़े भारतीय विद्वान थे, जिन्होंने दुनिया में भारत का नाम रौशन किया।
उन्होंने कहा कि हम आजादी का 75वां साल मना रहे हैं। इस मौके पर मैं एक बड़ा ऐलान कर रहा हूं कि बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के जीवन को बच्चे-बच्चे तक पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार उनके जीवन पर एक बहुत भव्य नाटक तैयार कर रही है। यह बहुत बड़े स्तर पर नाटक तैयार किया जा रहा है। यह भव्य नाटक जनवरी से पंडित जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में दिखाया जाएगा। यह पूरा नाटक उनके जीवन और विचारों के उपर आधारित होगा। इस नाटक के निर्देशन, आर्ट और क्रिएशन में नामचीन लोग जुड़े हुए हैं। स्टेडियम में 100 फुट स्टेज बनाया गया है। पांच जनवरी 2022 से भव्य नाटक का मंचन शुरू होगा और इसके 50 शो कराए जाएंगे। इसे देखने के लिए कोई भी आ सकता है, जनता के लिए बिल्कुल फ्री होगा। इसका प्रोडक्शन अंतर्राष्ट्रीय स्तर का है। शायद भारत देश में पहली कोई सरकार है, जो बाबा साहेब अंबेडकर के जीवन को बच्चे-बच्चे तक पहुंचाने के लिए इस किस्म का प्रयास कर रही है। बाबा साहेब बहुत पढ़े-लिखे थे और उनको पढ़ाई की कीमत पता थी। उनका एक सपना था कि भारत के एक-एक बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए, चाहे वह कितना भी गरीब क्यों न हो। मैने कसम खाई है कि बाबा साहेब का यह सपना मैं पूरा करूंगा। आज आजादी के 70 साल हो गए हैं। लेकिन अभी तक हमारे देश में गरीबों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलती है। मैंने कसम खाई है कि 'बाबा साहब तेरा सपना अधूरा, केजरीवाल करेगा पूरा।'
वार्ता