हार के बाद कलह शुरू- बोले कांग्रेसी कब तक भाजपा की हार पर होंगे खुश
नई दिल्ली। हाल ही में पिछले दिनों पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी आदि राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के बाद अब पार्टी में अंदरूनी कलह शुरू हो गई है। पार्टी के पूर्व प्रवक्ता संजय झा ने कांग्रेस नेताओं के ऊपर अपना निशाना साधते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का आत्मसमर्पण करना बेहद निराशाजनक रहा है जो की पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु की राह पर चल पड़ी है। संजय झा ने बंगाल में वर्ष 2016 का उदाहरण देते हुए कहा है कि उस समय कांग्रेस को राज्य में 12.25 प्रतिशत वोट मिलने के साथ 44 सीटें हासिल हुई थी। उन्होंने कांग्रेस में कारपोरेट कल्चर लागू किए जाने का आरोप लगाया है।पूर्व प्रवक्ता संजय झा ने मतगणना के एक दिन बाद कई ट्वीट करते हुए लिखा है कि यदि कांग्रेसी कारपोरेट पार्टी है और एक सीईओ के द्वारा इसका संचालन होता है तो फिर उसके पूरे बोर्ड को ही खुद ब खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। शेयर होल्डर्स को इसी खुशी के साथ करना चाहिए। उन्होंने कहा है कि अब कांग्रेस का नया सीईओ और नई टीम चुनी जानी चाहिए। यह कोई बड़ी बात नहीं है। क्योकि किसी भी राजनैतिक दल का अकेले प्रदर्शन ही मायने रखता है। बदलाव अच्छी चीज है। उन्होंने कहा के अपनी हार पर दुखी होने के बजाय बीजेपी की असफलता पर कांग्रेस आखिर कब तक खुश होती रहेगी।