छठ पर्व पर जहरीले पानी में ही लगा दी आस्था की डुबकियां

छठ पर्व पर जहरीले पानी में ही लगा दी आस्था की डुबकियां

नई दिल्ली। दीपावली के पंच दिवसीय त्योहार के मात्र षष्ठी तिथि पर मनाए जाने वाले छठ पूजा का जश्न शुरू हो गया है। नहाए खाए के साथ शुरू हुए छठ पर्व के मौके पर देश की पवित्र नदियों पोखरों व तालाबों में आस्था की डुबकी लगाई जा रही है। राजधानी दिल्ली के बीच से होकर बह रही यमुना नदी में चल रहे जहरीले पानी के झागों के बीच भी श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने से कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। नहाए खाए के साथ शुरू हुए छठ पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ घाटों पर उमड़ी शुरू हो गई है।

सोमवार को नहाए खाए के साथ 4 दिन तक मनाया जाने वाला छठ महोत्सव श्रद्धा और उल्लास के बीच आरंभ हो गया है। बिहार, झारखंड एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग इस पर्व को बड़े ही उत्साह के साथ मना रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और एनसीआर इलाके में भी छठ मैया की पूजा अर्चना का पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सोमवार से नहाए खाए के साथ शुरू हुए छठ पर्व के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ घाटों पर शुरू हो गई है। जहां पर लोग बह रहे पानी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। राजधानी दिल्ली के कालिंदी कुंज में यमुना नदी में बने जहरीले धागों के बीच व्रतियों द्वारा आस्था की डुबकी लगानी पड़ रही है। यमुना नदी के बीच झागों के साथ बह रहा पानी प्रदूषण को लेकर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर रहा है। पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने और दीपावली के मौके पर की गई आतिशबाजी की वजह से राजधानी दिल्ली की हवा भी जहरीली हो गई है। यमुना नदी में अमोनिया का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे यमुना नदी के पानी में झाग बन गए हैं। झाग के बीच ही स्नान कर रहे व्रतियों ने अपनी आस्था की मिसाल पेश की है। पानी में रह-रहकर उठ रहे जहरीले झागों के बीच स्नान करते करते श्रद्धालुओं की तस्वीरें सामने आने के बाद राजधानी दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर निशाना साधते हुए पूछा है कि क्या इसी वजह से यमुना किनारे छठ पूजा मनाने पर रोक लगाई गई थी?



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