मुस्लिम बाहुल्य गांव में दबाव बनाकर बदलवाई स्कूल की प्रार्थना

मुस्लिम बाहुल्य गांव में दबाव बनाकर बदलवाई स्कूल की प्रार्थना

नई दिल्ली। स्कूल में रोजाना होने वाली प्रार्थना को लोगों ने दबाव डालकर जबरिया बदलवा दिया। तकरीबन चार महीने पहले स्कूल में बदलवाई गई प्रार्थना के मामले ने जब पूरी तरह से तूल पकड़ा तो राज्य के शिक्षा मंत्री ने इस पूरे मामले में उपायुक्त को कड़ी कार्रवाई करने का आदेश देते हुए कहा है कि सरकारी स्कूलों में किसी भी तरह से बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

दरअसल झारखंड के गढ़वा स्थित मध्य विद्यालय कोरवाडीह के प्रधानाध्यापक योगेश राम के ऊपर गांव में रहने वाले लोगों ने स्कूल में रोजाना होने वाली प्रार्थना को बदलने का दबाव बनाया। मुस्लिम बहुल गांव के लोगों ने कहा कि स्थानीय स्तर पर मुस्लिमों की आबादी 75 प्रतिशत है इसलिए स्कूल में रोजाना क्लास शुरू होने से पहले होने वाली प्रार्थना के नियम कानून भी अब हमारे मुताबिक ही बनाने होंगे।

गांव वालों के दबाव की वजह से स्कूल में अब दया कर दान प्रार्थना की जगह तू ही राम तू ही रहीम प्रार्थना शुरू हो गई है। इस मामले को लेकर प्रधानाध्यापक द्वारा जब पंचायत के मुखिया और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई तो कराई गई जांच में खुलासा हुआ कि पिछले तकरीबन 4 महीने से स्कूल में होने वाली पुरानी प्रार्थना को बदलकर नई प्रार्थना छात्रों से कराई जा रही है।

अब इस मामले के तूल पकड जाने पर राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने गढ़वा के उपायुक्त को फोन पर बातचीत कर कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। राज्य के शिक्षा मंत्री ने कहा है कि सूबे के सरकारी स्कूलों में किसी भी तरह के बाहरी दबाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राज्य के सभी स्कूल शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार ही चलेंगे।

शिक्षा मंत्री ने अब पूरी तरह से साफ किया है कि कोई गांव अगर मुस्लिम बाहुल्य है या कोई अन्य धर्म बाहुल्य तो इसे लेकर धर्म के मुताबिक सरकारी स्कूल में प्रार्थना की अनुमति नहीं दी जा सकती है।

Next Story
epmty
epmty
Top