रिश्वतखोर क्राइम ब्रांच प्रभारी एवं हेड कांस्टेबल सस्पेंड-पूरी ब्रांच भंग
नोएडा। एटीएम हैकरो को छोड़ने की एवज में 20 लाख रुपए और एक क्रेटा कार वसूलने के मामले में कमिश्नर द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच प्रभारी एवं हेड कांस्टेबल को बर्खास्त करते हुए समूची क्राइम ब्रांच को भंग कर दिया गया है। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच से जुड़े सभी पुलिसकर्मियों की संपत्ति की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
कमिश्नर आलोक सिंह ने रिश्वत के तौर पर 20 लाख रुपए और एक क्रेटा कार लेकर एटीएम हैकरो को छोड़ने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार की देर रात क्राइम ब्रांच प्रभारी शावेज खान के साथ-साथ हेड कांस्टेबल अमरीश को सस्पेंड कर दिया है। कमिश्नर ने समूची क्राइम ब्रांच को भंग करते हुए इससे जुड़े सभी पुलिसकर्मियों की संपत्ति की जांच किए जाने के आदेश भी जारी किए हैं। दरअसल गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना पुलिस ने सोमवार को एटीएम हैक करने वाले पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के हत्थे चढा एटीएम हैकरों का यह गैंग एक खास सॉफ्टवेयर के माध्यम से पूरी मशीन को हैक करने के बाद उसमें रखी लाखों रुपए की नगदी को आराम के साथ पार कर देता था। पुलिस द्वारा आरोपियों से की गई जांच में पता चला कि उन्हें 3 महीने पहले भी नोएडा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन उस समय पुलिस ने उन्हें 20 लाख रुपए एवं एक क्रेटा कार लेकर बिना कार्यवाही किये ही छोड़ दिया था। मामला उजागर होने के बाद डीजीपी कार्यालय से रिश्वतखोरी के इस बड़े मामले की हाई लेवल से जांच शुरू की गई। उधर इंदिरापुरम पुलिस ने पांचों आरोपियों को मंगलवार की शाम जेल भेज दिया है। इसके बाद देर रात पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए क्राइम ब्रांच प्रभारी शावेज खान और हेड कांस्टेबल अमरीश को बर्खास्त कर पूरी क्राइम ब्रांच को ही भंग कर दिया है। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच से जुड़े सभी पुलिसकर्मियों की संपत्ति की जांच कराने के आदेश भी कमिश्नर की ओर से दिए गए हैं।