कृषि मंत्री का हुआ घेराव तो 24 घंटे में डीएम एसपी का ट्रांसफर
नई दिल्ली। बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर को नाराज हुए लोगों ने चारों तरफ से घेर लिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान उनके वाहनों के काफिले पर कथित तौर पर कीचड़ भी फेंका गया था। अब इस मामले को लेकर शासन की कलेक्टर और एसपी के ऊपर गाज गिर गई है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के विरोध के 24 घंटे के भीतर ही सरकार की ओर से पुलिस व प्रशासन के दोनों आला अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है।
दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर राज्य में आई बाढ़ पीड़ितों से मिलने के लिए शनिवार को श्योपुर के कराटिया बाजार पहुंचे थे। इस दौरान गुस्साए लोगों ने केंद्रीय कृषि मंत्री का घेराव करते हुए कहा कि वह बहुत देर से यहां पर उनकी खैर खबर लेने के लिये आए हैं। जब केंद्रीय कृषि मंत्री वहां पर रोती हुई महिला को सांत्वना देने के लिए कार से नीचे उतरे तो लोग उनका पीछा करने लगे। बताया जा रहा है कि बाद में गुस्साए लोगों ने कथित तौर पर उनके वाहनों के ऊपर कीचड़ और छोटी-छोटी लकड़ियां फैकी थी। स्थानीय लोगों ने कृषि मंत्री से शिकायत की है कि प्रशासन ने बाढ़ के संबंध में समय पर लोगों को सचेत नहीं किया और यह जिला प्रशासन की विफलता है। श्योपुर के पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने कहा है कि लोगों ने मंत्री से शिकायत की कि उन्हें राहत देर से पहुंची है। उपाध्याय ने कहा है कि मंत्री के काफिले का कोई वाहन क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री ने स्वीकार किया कि प्रशासन की ओर से ढिलाई बरती गई है। इस मामले के बाद रविवार की सवेरे जारी किए गए सरकार के आदेश में श्योपुर के जिला कलेक्टर राकेश श्रीवास्तव का राज्य सचिवालय में उप सचिव के पद पर स्थानांतरण कर दिया गया है। ग्वालियर नगर निगम के आयुक्त शिवम वर्मा को श्योपुर का नया डीएम बनाया गया है। इसके अलावा एक अलग आदेश में राज्य सरकार की ओर से श्योपुर के पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय को राज्य पुलिस मुख्यालय में सहायक महा निरीक्षक के रूप में ट्रांसफर कर दिया है। उधर वर्तमान में आईजी ग्वालियर अनुराग सजानिया को श्योपुर के एसपी के रूप में स्थानांतरित किया गया है।