यूपी के बाद अभी यहां भी कावड़ यात्रा रदद-समारोह जलसे जुलुसों पर पाबंदी

यूपी के बाद अभी यहां भी कावड़ यात्रा रदद-समारोह जलसे जुलुसों पर पाबंदी

नई दिल्ली। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डीडीएमए ने राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए श्रावण मास की वार्षिक कांवड़ यात्रा पर रोक लगाने का ऐलान करते हुए कहा है कि 25 जुलाई से दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शुरू होने वाली श्रावण मास की आगामी कांवड़ यात्रा 2019 के दौरान किसी भी तरह के समारोह अथवा जुलूसों की अनुमति नहीं दी जाएगी। दिल्ली सरकार का यह फैसला उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा रद्द होने के बाद आया है।

श्रावण मास की कांवड यात्रा आमतौर पर अगस्त माह के पहले सप्ताह तक चलती है और उत्तराखंड की तीर्थनगरी हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लाकर मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने वाले शिवभक्तों को कांवडियां कहा जाता है। कांवडियें उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा से जल लेने के बाद उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली समेत पड़ोसी राज्यों से पैदल यात्रा करते हुए अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। बीते सप्ताह की शुरुआत में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सरकारों को कोरोला के प्रसार को रोकने के लिए हर कदम उठाने चाहिए। डीडीएमए के आदेश के अनुसार दिल्ली में धार्मिक और सभाओं आदि पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही मंदिरों समेत धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति है लेकिन श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी है। उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष 25 जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक यात्रा पर पहले ही रोक लगा दी थी।

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