जवाबदेही व पारदर्शिता लोकतांत्रिक प्रगति के लिए आवश्यक:धनखड़
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोकतांत्रिक प्रगति के लिए जवाबदेही और पारदर्शिता को आवश्यक करार देते हुए कहा है कि समाज के अंतिम सिरे तक कल्याणकारी योजनाओं तक लाभ पहुंचाने में इनसे मदद मिलती है।
धनखड़ ने बुधवार को यहां नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक- सीएजी कार्यालय में दूसरे ऑडिट दिवस समारोह का उद्घाटन करने के बाद कहा कि जवाबदेही और पारदर्शिता के मूल्यों को सुनिश्चित करने में सीएजी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि लेखा परीक्षण की अनुपस्थिति या अक्षम लेखा परीक्षण से व्यवस्था की कुशलता में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि राजकोषीय अनयमितताओं का समय पर पता लगाना और प्रभावी परिणामी सुधार तंत्र अनिवार्य रुप से सीएजी का दायित्व हैं।
समारोह में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू, उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक परवीन मेहता, भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा विभाग के अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
धनखड़ ने कहा कि सीएजी की रिपोर्टों पर सांसदों और विधायकों का उचित ध्यान और विचार किया जाना चाहिए ताकि शासन में ईमानदारी, दक्षता और पारदर्शिता में सुधार हो और उत्तरदायित्व को लागू किया जा सके। उन्होंने कहा, " हमें अपने सामने मौजूद चुनौतियों से निपटने के लिए विश्वसनीय प्रणालियों का निर्माण करना चाहिए और उन्हें लगातार बढ़ाना चाहिए।" इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय ऑनलाइन निबंध लेखन प्रतियोगिता - 2022 के विजेताओं को भी सम्मानित किया।
वार्ता