निगम टैक्स बढ़ा कर कारोबारियों का मनोबल तोड़ रही भाजपा: आप
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में टैक्स बढ़ोतरी को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि कई तरह से कर वृद्धि कर व्यापारियों का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रही है जिससे यहां के करीब 20 से 25 हजार व्यापारी और ट्रेडर प्रभावित होंगे।
आप के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा शासित निगम ने किराए पर लिये गये वाणिज्यिक और औद्योगिक भवन पर 100 प्रतिशत टैक्स बढ़ा दिया है, खाली व्यावसायिक भवनों पर टैक्स में 50 प्रतिशत और खाली भूमि पर 66 प्रतिशत की वृद्धि कर दिया है। बैंक्वेट हॉल, मैरिज हॉल, होटल और गेस्ट हाउस पर 25 प्रतिशत टैक्स वृद्धि की है और स्कूलों पर 200 प्रतिशत से अधिक टैक्स बढ़ाया है। एसडीएमसी ने टेलीकॉम टावरों के लिए 200 प्रतिशत, क्लबों और मनोरंजन टाॅवरों के लिए 36 प्रतिशत टैक्स बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में भाजपा द्वारा किया गया यह कृत्य अमानवीय है और भाजपा अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए लोगों पर टैक्स में वृद्धि कर रही है। अपने भ्रष्टाचार के कारण भाजपा शासित एमसीडी अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रही है।
आप नेता ने कहा कि पिछले 14 सालों से भाजपा के एमसीडी में भ्रष्टाचार और अक्षमता के कारण पूरी एमसीडी का दिवालापन निकल चुका है। उस दिवालेपन की भरपाई भाजपा के नेता इस कोरोना काल में आपदा को अवसर में बदल कर कर रहे हैं। आज भाजपा की एमसीडी के अंदर किसी भी कर्मचारी, कोरोना से लड़ रहे डॉक्टर, नर्स, शिक्षकों, सफाई कर्मचारियों और डेटा ऑपरेटरों सहित अन्य किसी को भी वेतन नहीं मिल रहा है। इसका एक ही कारण है और वो है भाजाप नेताओं का भ्रष्टाचार।
उन्होंन कहा कि इस पूरी परिस्थिति का फायदा उठाने और भरपाई करने के लिए भाजपा दिल्ली की जनता का खून चूसने का काम कर रही है। हर 15-20 दिनों में वह टैक्स बढ़ाने का काम कर रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में उन्होंने टैक्स बढ़ाया, पूर्वी और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में टैक्स बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। आज साउथ एमसीडी के अंदर एक ऐसा नोटिफिकेशन जारी किया गया है जिसके द्वारा इस कोरोना काल के अंदर दिल्ली के व्यवसायी और अन्य लोगों का मनोबल, उनकी कमर तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा के नेता चोर दरवाजे से दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की जनता के ऊपर टैक्स ला रहे हैं, जिसके तहत लगभग 20 से 25 हजार व्यावसायी प्रभावित होंगे।
उन्होंने आगे कहा कि दक्षिणी निगम के अंदर आने वाले 20 से 25 हजार व्यावसायिक इकाइयों पर भाजपा मनमाने तरीके से 100 प्रतिशत, 200 फीसदी, 50 फीसदी, 67 फीसदी और 25 फीसदी टैक्स बढ़ा रही है। कोई जगह ऐसी नहीं है जहां इन्होंने टैक्स न बढ़ाया हो। यह बड़े गुनाह और अमानवीयता का काम है। कोरोना काल महामारी में पिछले आठ महीने में ठीक से लोगों की दुकानें नहीं खुली हैं, उनके काम बंद हो गये, लोगों का दिवाला निकल गया है। ऐसे समय में अमानवीय तरीके से टैक्स बढ़ाना बहुत ही गलत और निंदनीय है। इससे भाजपा का असली चरित्र लोगों के सामने आ गया है।
वार्ता