केंद्रीय मंत्री के पास आई व्हाट्सएप कॉल- उठाते ही चलने लगी पोर्न
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को अपना निशाना बनाते हुए साइबर ठगों ने व्हाट्सएप कॉल की। कॉल के रिसीव करते ही पोर्न फिल्म चलने लगी। इस दौरान ठगों ने कॉलिंग को रिकॉर्ड करके केंद्रीय मंत्री से ब्लैक मेलिंग का खेल शुरू करते हुए रुपयों की डिमांड की। केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव की ओर से पुलिस के पास दर्ज कराई गई शिकायत के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ठगों के गैंग का मुखिया अभी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है, जिसकी तलाश लगातार जारी है।
केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल जून महीने में जब मध्य प्रदेश जा रहे थे तो रास्ते में उनके पास अचानक से व्हाट्सएप से एक वीडियो कॉल आई। जैसे ही मंत्री जी ने व्हाट्सएप पर आई इस कॉल को रिसीव किया, वैसे ही स्क्रीन के ऊपर अश्लील वीडियो चलने लगी। केंद्रीय मंत्री ने इस नजारे को देखते ही अपनी आंखें बंद की और कॉल डिस्कनेक्ट कर दी। इसके बाद ठगों ने अपना खेल शुरू करते हुए तुरंत वॉइस कॉल की और केंद्रीय मंत्री को बताया गया कि उनकी यह कॉल रिकॉर्ड हो गई है। बदनाम करने की धमकी देते हुए मंत्री जी से ब्लैक मेलिंग का खेल शुरू करते हुए नगदी की डिमांड की गई।
इस संबंध में केंद्रीय मंत्री के दफ्तर की ओर से पुलिस को शिकायत दर्ज कराते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही किए जाने की डिमांड की गई। केंद्रीय मंत्री के साथ हुई साइबर ठगी की इस बड़ी घटना होने का पता चलते ही सक्रिय हुई पुलिस ने अपना जाल फैलाना शुरू कर दिया और आरोपियों के नंबर ट्रेस कर लिये। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय सूत्रों की मदद ली और पुलिस ने उस फोन को भी बरामद कर लिया है, जिससे केंद्रीय मंत्री को व्हाट्सएप कॉल की गई थी। पुलिस ने इस सिलसिले में राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले मोहम्मद वकील एवं मोहम्मद सईद को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि इस गैंग का मुखिया मोहम्मद साबिर अभी तक फरार है और उसकी तलाश में पुलिस लगातार छापामार कार्रवाई कर रही है। उल्लेखनीय है कि व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल करते हुए किसी का वीडियो वायरल कर बदनाम करने की धमकी देने का खेल आजकल बडी संख्या में खेला जा रहा है। वीडियो कॉल के जरिए ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू करते हुए पीड़ित को कई बार लाखों का चूना लगा दिया जाता है।
अक्सर इस तरह की कॉल किसी भी व्यक्ति के पास अचानक से आती है और यह कॉल वीडियो होती है। अगर कोई वीडियो कॉल रिसीव करता है तो दूसरी तरफ से अश्लील वीडियो चलने लगती है। इसके बाद इस वीडियो को रिकॉर्ड करने के बाद लोगों को फंसाने का खेल शुरू किया जाता है। लेकिन इस मामले में साईबर ठग बुरी तरह से फंस गये है। शायद उन्हे इस बात का सपने में ज्ञान नही रहा होगा कि जिस मछली को वह अपने जाल में फंसाने जा रहा है, वह उल्टे उनका ही शिकार कर लेगी।