सौर ऊर्जा संयंत्र की चोरी से क्षेत्र मे मचा हड़कंप
महोबा। नार्वे सरकार के वित्तीय सहयोग से उत्तर प्रदेश मे महोबा जिले के अजनर क्षेत्र मे स्थापित करोड़ों रूपये लागत का सोलर पावर प्लांट के रहस्यमय तरीके से चोरी हो जाने का मामला प्रकाश मे आया है। रातोंरात घटी इस घटना से इलाके मे हड़कंप मचा है। घटना की सूचना पुलिस को देकर जांच और कार्यवाही किये जाने की मांग की गयी है।
मध्य प्रदेश सीमा से सटे और चारो ओर से पहाड़ियों से घिरे नरवारा गाँव में सामुदायिक सौर ऊर्जा संयन्त्र एवं पेयजल योजना संचालित करने के लिए शासन द्वारा नार्वे सरकार के वित्तीय सहयोग से वर्ष 2010 मे एक वृहद सोलर पावर प्लांट की स्थापना कराई गयी थी। केंद्र सरकार के तत्कालीन वैकल्पिक ऊर्जा मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने इसका उद्घाटन किया था। पांच करोड़ से अधिक लागत से तैयार कराई गई इस परियोजना मे लगीं सोलर प्लेटों और सैकड़ा भर से ऊपर बैटरी के चोरी होने की भनक आश्चर्यजनक रूप से किसी को नहीं लगी।
नरवारा के ग्राम प्रधान भईया राम यादव ने बताया कि मंगलवार की रात दो ट्रकों के साथ आए करीब एक दर्जन चोरों ने प्लांट मे स्थापित सौर ऊर्जा की प्लेटों को उखाड़ा और ट्रक में लाद कर ले गए। गाँव मे पेयजल योजना ग्राम पंचायत द्वारा संचालित थी. इस कारण से यहां आपरेटर व चौकीदार की भी तैनाती की गई थी। इन दोनों कर्मचारियों को निर्धारित मानदेय बाकायदा दिया जाता रहा है। ग्राम प्रधान के मुताबिक पूर्व मे 12 जून 2024 को प्लांट से करीब 90 बैटरी चोरी हुयी थी जिसकी लिखित तहरीर पुलिस थाने में देकर शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने मौका मुयायना करने के अलावा कुछ भी नहीं किया। अब पूरे प्लांट के चोरी हो जाने पर हर कोई भोचक है।
उधर, महोबा पुलिस ने नरवारा मे सोलर प्लांट के रातोरात गायब हो जाने की घटना पर अनभिज्ञता जाहिर की और जिले मे इस प्रकार की किसी भी वारदात से इंकार किया है। पुलिस मीडिया सेल द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक घटना मे किसी के द्वारा भी कोई एफ आई आर पंजीकृत नहीं कराई गयी है। मामले को लेकर क्षेत्र मे अफवाहों का बाजार अवश्य सरगर्म है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि चर्चाओं मे यहां सीमावर्ती मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले मे संचालित एक एनजीओ हरीतिका के निदेशक महेंद्र सिंह सेंगर द्वारा नरवारा से सोलर पावर प्लांट को उखाड़ कर ले जाने की बात प्रकाश मे आई है लेकिन यह जांच का विषय है कि सम्बन्धित व्यक्ति ने किसके आदेश पर यह कार्य करते हुये सरकारी सम्पत्ति को खुर्दबुर्द किया।