सिरफिरे द्वारा जलाई गई किशोरी जिंदगी की जंग हारी-विरोध में सडक पर लोग
नई दिल्ली। प्रेम प्यार की बातें नहीं करने पर खिड़की से पेट्रोल बैठकर जलाई गई किशोरी ने पांच दिन तक मौत से संघर्ष करने के बाद आखिरकार हार मान ली। पुलिस की कड़ी निगरानी के बीच अंकिता की अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान इलाके के सभी दुकानदार एवं अन्य नागरिक दुकानों एवं बाजार को बंद कर सड़क पर उतर गए और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी शाहरुख को फांसी दिए जाने की मांग की।
झारखंड के दुमका में 5 दिन पहले बात नहीं करने पर खिड़की से पेट्रोल डालकर सिरफिरे आशिक द्वारा जलाई गई 17 वर्षीय अंकिता की मौत के बाद आज सवेरे का उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच निकाली अंकिता की अंतिम यात्रा के बाद श्मशान घाट पर मृतका के दादा ने पोती को मुखाग्नि दी। जैसे ही अस्पताल से अंकिता की मौत की खबर आई तो दुमका में चौतरफा तनाव की स्थिति बन गई। देखते ही देखते कारोबारियों ने अपनी दुकान एवं बाजार बंद कर दिये और गुस्साए लोगों ने सड़क पर उतरकर जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी शाहरुख को फांसी दिए जाने की मांग की। हालात ऐसे रहे कि प्रदर्शनकारियों ने दुमका-भागलपुर रोड को बाधित करते हुए घंटों तक रास्ते को जाम रखा।
उल्लेखनीय है कि एक सिरफिरे आशिक शाहरूख हुसैन की घिनौनी करतूत का शिकार हुई अंकिता 23 अगस्त को अपने घर में सोई हुई थी। इसी दौरान लगभग 5.00 बजे पड़ोस के शाहरुख हुसैन ने खिडकी से उसके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। गंभीर रूप से झुलसी हालत में परिजन अंकिता को मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां से उसे रिम्स के लिए रेफर कर दिया गया था।