निजी फाइनेंस कंपनी के तगड़े ब्याज ने ले ली पति - पत्नी और बेटी की जान
हापुड़। कच्चे घर में रहने वाले पिता ने अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए निजी फाइनेंस कंपनी से ब्याज पर रुपया लिया तो जरूर लेकिन उनके महंगे ब्याज के चलते कर्ज नहीं उतारने के कारण पति-पत्नी और बेटी ने आत्महत्या कर ली।
गौरतलब है कि आजकल निजी फाइनेंस कंपनियां हर शहर में खुल गई हैं। निजी फाइनेंस कंपनियों का ब्याज इतना तगड़ा है कि एक बार जो लोन ले लेता है उससे लोन को उतारना बड़ा मुश्किल हो जाता है। इसी मुश्किल में फंसे हापुड़ के संजीव राणा ने अपनी पत्नी प्रेमवती और बेटी पायल के साथ आत्महत्या कर ली।
गौरतलब है कि हापुड़ के रहने वाले संजीव राणा का सपना था कि उसके बेटे और बेटी शिक्षित होकर तरक्की करें। संजीव का बड़ा बेटा पिंटू आर्थिक तंगी के कारण सातवीं से आगे नहीं पढ़ पाया लेकिन संजीव राणा के छोटे बेटे रिंकू ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। रिंकू के स्नातक करने के बाद जब उसने एमबीए करने के लिए अपने पिता से कहा तो संजीव राणा ने कैपिटल फाइनेंस कंपनी से 3.50 लाख रुपए का लोन लिया और अपने बेटे का एडमिशन करा दिया।
बताया जाता है कि संजीव राणा ने फाइनेंस कंपनी से लोन तो ले लिया लेकिन गरीबी के कारण वह लोन चुकता नहीं कर पा रहा था। बताया जाता है कि इसके साथ ही संजीव राणा ने कुछ लोगों से और रुपया उधार लेकर फाइनेंस कंपनी के कर्ज में दे दिया था लेकिन आरोप है कि उसके बाद भी फाइनेंस कंपनी के लोग संजीव राणा को अक्सर बेइज्जत करते थे। संजीव राणा के परिजनों का कहना है कि फाइनेंस कंपनी के लोगों द्वारा बेइज्जत करने से संजीव राणा और उसकी पत्नी दुखी थे और उसी के चलते दोनों ने अपनी बेटी के साथ मिलकर आत्महत्या कर ली। एक साथ परिवार के तीन लोगों द्वारा आत्महत्या की खबर से आसपास के इलाके में शोक व्याप्त है। हापुड़ पुलिस पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।