अदालत में लड़की ने थामा मां बाप का हाथ- शादीशुदा प्रेमी ने काटी नस
नई दिल्ली। प्रेम प्रसंग के मामले में सुनवाई कर रही हाईकोर्ट में उस समय बुरी तरह से अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब 31 वर्षीय व्यक्ति ने जज के सामने ही अपने हाथ की नस काटकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने का प्रयास किया। जिस महिला को वह अपनी प्रेमिका होने का दावा कर रहा था उस महिला ने भरी अदालत में अपने माता-पिता का हाथ थाम लिया था और कहा कि वह अपने माता-पिता के साथ जाना चाहती है।
केरल हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अनु शिवरामन के कक्ष में त्रिशूर जिले के प्रेमी-प्रेमिका के मामले की सुनावाई की जा रही थी। घटना कम के मुताबिक विष्णु नामक व्यक्ति 23 वर्षीय महिला के साथ तकरीबन एक महीने से रह रहा था। महिला के पिता ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए आरोप लगाया कि उसकी बेटी को अवैध रूप से विष्णु द्वारा अपने पास कैद में रखा गया है।
जस्टिस अनु शिवरामन एवं सी जे चंद्रन की पीठ ने जब इस मामले की सुनवाई शुरू की तो महिला ने साफ तौर पर कहा कि वह अपने परिवार के साथ जाना चाहती है। बार और बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने अदालत में गवाही देते हुए कहा कि विष्णु के साथ दोस्ती के अलावा उसके मन के भीतर विष्णु के लिए प्रेम की कोई भावना नहीं थी। इसलिए वह अपने परिवार के साथ जाना चाहती है। महिला ने कहा कि वह विष्णु के साथ केवल इसलिए रूकी हुई थी क्योंकि उसने धमकी दी थी अगर मैं अपने माता-पिता के पास गई तो वह अपनी अपनी जान दे देगा।
अदालत में महिला की दलील के अनुसार विष्णु पहले से ही एक अन्य महिला के साथ शादी कर चुका था और उसने अपने प्रेमिका को बताया था कि उसकी पत्नी के साथ उसका रिश्ता अलग हो गया है। सुनवाई के बाद विष्णु ने अपनी जेब से चाकू निकाला और उससे अपनी कलाई काट ली। विष्णु के इस कृत्य से अदालत में अफरा-तफरी फैल गई। पुलिस ने विष्णु को दबोच कर अस्पताल में भर्ती कराया है।