तमंचा बनाने में लगे आरोपी को नहीं लगी भनक- ठुकाई पिटाई देखती पुलिस

शाहजहांपुर। जंगल में संचालित की जा रही तमंचा फैक्ट्री में असलाह बनाने में व्यस्त आरोपी को पुलिस के आने की भनक नहीं लगी। ठुकाई पिटाई में व्यस्त आरोपी को पुलिस काफी देर तक खड़ी रही। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो वह आश्चर्य चकित होकर पुलिस को आंखे फाडकर देखता ही रह गया।
दर असल जनपद की मीरानपुर कटरा थाना पुलिस मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी पवन कुमार पांडे की अगवाई में छापा मार कार्यवाही करने के लिए जंगल में पहुंची थी। कटरा से मधुपुरी जाने वाले रास्ते पर जंगल में घेराबंदी करने वाली पुलिस जब तमंचा फैक्ट्री के ठिकाने पर पहुंची तो वहां पर परशुरामपुर का रहने वाला यादराम तमंचे बनाने में लगा हुआ था।
तमंचा बनाने की ठुकाई पिटाई करने में व्यस्त याद राम को पुलिस के आने की भनक तक नहीं लगी और छापा मार कार्यवाही करने के लिए पहुंची पुलिस भी उसे तमंचा बनते देखते रही। काफी देर बाद जब पुलिस ने उसे तमंचे बनाते हुए रंगे हाथ पकड़ा तो वह भौचक्का रह गया।

पुलिस ने मौके से अवैध हथियार बनाने के उपकरण, 315 बोर के चार तमंचे, 312 बोर का एक तमंचा, 315 बोर की अधबनी राइफल बरामद की है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में याद राम ने बताया है कि एक तमंचा बनाने में तकरीबन 1000 रूपये का खर्च आ जाता है। बाद में जिसे 3000 रूपये में बेचकर अपनी आजीविका चलाई जाती है। पुलिस द्वारा अरेस्ट किये गये याद राम पर पहले से ही दर्जन भर से अधिक यानी 13 मुकदमे दर्ज हैं। जमीन पर ही फटटा बिछाकर यादराम जंगल में तमंचे बना रहा था।