अपनी जान देकर बचा गई बेटे की जिंदगी- प्रेमप्रसंग में हुई थी हत्या

अपनी जान देकर बचा गई बेटे की जिंदगी- प्रेमप्रसंग में हुई थी हत्या

मुजफ्फरनगर। रतनपुरी थाना क्षेत्र के गांव कैलाशनगर में गर्दन काटकर की गई 62 वर्षीय महिला की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते अंजाम दी गई थी। हत्यारोपी अपनी बहन के प्रेमी को ठिकाने लगाने के लिए उसके घर पहुंचा था। लेकिन वारदात के समय वह घर पर नहीं मिला था। मां के हथियार को देख लेने पर हत्यारोपी ने मामला खुलने के डर से उसकी मां को ही काटकर ठिकाने लगा दिया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार के साथ आरोपी को गिरफ्तार कर हत्या के इस मामले का खुलासा कर दिया है।

शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर हुई प्रेसवार्ता में नवागत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया है कि पिछले महीने की 30 जून को वादी सन्दीप पुत्र स्व. सतपाल सिंह निवासी ग्राम कैलाशनगर थाना रतनपुरी मु.नगर द्वारा अज्ञात अभियुक्त द्वारा 29 जून को अपनी माता 62 वर्षीय उर्मिला की गर्दन काटकर हत्या कर देने के सम्बन्ध में अ.स. 95/22 धारा 302 भादवि पंजीकृत कराया था। मुकदमा दर्ज करने के साथ ही थाना रतनपुरी मामले की तहकीकात कर इसके खुलासे के प्रयास में जुट गई थी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आज शुक्रवार को सबेरे तकरीबन 8 बजकर 10 मिनट पर समय 08.10 बजे ग्राम मण्डावली बांगर से गोयला जाने वाले रास्ते पर बस स्टैण्ड के पास से अभियुक्त अमित कुमार पुत्र स्व. सुरेन्द्र सिंह निवासी ग्राम कैलाश नगर थाना रतनपुरी मुनगर को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस द्वारा कडाई से पूछताछ किये जाने पर अभियुक्त अमित ने अपना जुर्म इकबाल करते हुये बताया कि मेरी व सन्दीप की 4-5 साल से गहरी दोस्ती थी, इस कारण दोनों का एक दूसरे के घर आना जाना था। उसी दौरान सन्दीप की मेरी बहन से जान पहचान हो गयी थी तथा सन्दीप व मेरी बहन आपस में बात करने लगे थे। इस बात की जानकारी मुझे चल गयी थी। इसके अलावा मेरा संदीप के साथ कुछ पैसो का भी लेन देन था। पैसों के लेन देन को लेकर करीब 01 साल पहले मेरी व सन्दीप की कहासुनी भी हो गयी थी। तभी से हम दोनों के सम्बन्ध खराब हो गये थे, लेकिन मेरी बहन व सन्दीप आपस में लगातार बात कर रहे थे। जिसकी गांव के लोगों को भी जानकारी हो गयी थी और गांव में बहुत बदनामी हो रही थी। समझाने के बावजूद भी मान नहीं रहे थे।

मेरी बहन जो अधिकतर ननिहाल में रहती है, घटना वाले दिन 29 जून को मेरी बहन गांव में ही घर आई हुई थी और वह उस दिन घर पर ही थी। मैने जब उसका मोबाईल देखा था तो उसमें उसकी सन्दीप के साथ काफी चैट मिली थी जिससे मैं बहुत परेशान हो गया था इसके बाद मैंने शराब पी ली थी। नशे व गुस्से के कारण मैं गन्ना काटने के लोहे के कटर को साथ लेकर सन्दीप की हत्या कर उसका काम तमाम कर ठिकाने लगाने के उददेश्य से तकरीबन रात्रि सवा आठ बजे करने के लिये उसके घर गया था। उस समय संदीप तो घर पर नही मिला बल्कि सन्दीप की मां अकेली थी और कोई नहीं था। सन्दीप की मां ने मेरे हाथ में कटर देख लिया था। जब मैंने सन्दीप के बारे में पूछा तो कहने लगी कि सन्दीप को मारेगा क्या? तो मैंने सोचा कि अब इन्होंने कटर भी देख लिया है और यह इस बाबत संदीप और गांव वालों के सामने बात भी करेंगी। इसलिये मैंने संदीप की हत्या की बात खुलने के डर से गुस्से में संदीप की मां को कटर से बुरी तरह काट दिया था। संदीप की मां की हत्या करने के बाद मैने भागकर गन्ना काटने वाले कटर को पानी से धोकर गांव के बाहर माता मन्दिर के सामने पुलिया के पास पास के घासफंूस के रूप में उगे झुंडों मे छिपा दिया था और उसके बाद में अपने घर आ गया था। जिससे मेरे उपर कोई शक न करें।

एसएसपी ने बताया कि अभियुक्त की निशानदेही पर पुलिस द्वारा ग्राम कैलाशनगर से थोडा आगे माता मन्दिर के पास बनी पुलिया के नजदीक से आलाकत्ल बरामद किया गया। अभियुक्त को विधिक कार्यवाही करते हुये जेल भेजा जा रहा है ।

Next Story
epmty
epmty
Top