फर्जीवाडे में फंसी खतौली पालिका में अब करोड़ों का घोटाला

फर्जीवाडे में फंसी खतौली पालिका में अब करोड़ों का घोटाला

खतौली। नगर पालिका परिषद के लिए निर्वाचित हुए अध्यक्ष के जाति प्रमाण पत्र के फर्जीवाडे में बुरी तरह से फंसी नगर पालिका में अब करोड़ों रुपए के फर्जीवाडे का मामला सामने आया है। जांच में हुए बड़े खुलासे में पता चला है कि बोर्ड की स्वीकृति एवं एस्टीमेट के बगैर ही मनमाने पूर्ण तरीके से निर्माण कार्यो एवं कर्मचारियों की वेतन वृद्धि के नाम पर पालिका के कर्ताधर्ताओं द्वारा करोड़ों का भुगतान कर दिया गया।


जनपद मुजफ्फरनगर की खतौली नगर पालिका परिषद एक बार फिर से फर्जीवाड़े के मामले को लेकर सुर्खियां बटोरने में कामयाब हो गई है। पहले से ही अध्यक्ष के जाति प्रमाणपत्र के फर्जीवाडे में फंसी पालिका में अब वर्ष 2015-16 एवं वर्ष 2017-18 के ऑडिट के दौरान करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा किया जाना उजागर हुआ है। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग की ओर से जारी की गई प्रदेश के सभी नगर निकायों की ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि खतौली नगर पालिका परिषद के बोर्ड की स्वीकृति और एस्टीमेट के बगैर ही मनमाने पूर्ण तरीके से निर्माण कार्यों एवं कर्मचारियों की वेतन वृद्धि के नाम पर करोड़ों रुपए का भुगतान कर दिया क्या है।


इतना ही नहीं जिस प्रस्ताव को मंडल आयुक्त द्वारा निरस्त कर दिया गया था, उस प्रस्ताव के एक करोड़ 40 लाख रूपये से भी अधिक का भुगतान पालिका द्वारा कर दिया गया है। खतौली नगर पालिका परिषद क्षेत्र में वर्ष 2017-18 के दौरान कराए गए निर्माण कार्यों की जांच में सामने आया है कि पालिका प्रशासन द्वारा निर्धारित किए गए नियमों को ताक पर रखते हुए 47 लाख 33 हजार 785 रूपए का अधिक भुगतान कर दिया गया। नगर पालिका परिषद प्रबंधन ने पालिका कर्मचारियों के वेतन निर्धारण एवं भक्तों आदि के नाम पर भी 7 लाख रुपए से भी अधिक का भुगतान किया गया। वर्ष 2017-18 में 6 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का त्रुटि पूर्ण वेतन निर्धारण करने से पालिका द्वारा वेतन एवं भत्तों के मद में 4 लाख 46 हजार 218 रूपये का अधिक भुगतान किया गया है।

उल्लेखनीय है कि नगर पालिका परिषद के मौजूदा चेयरमैन हाजी शाहनवाज उर्फ लालू पहले से ही जाति प्रमाण पत्र को लेकर फर्जीवाड़े में फंसे हुए हैं। जिला अदालत से लेकर हाईकोर्ट तक सभी जगह याचिका दायर करने के बावजूद उन्हें निराशा हाथ लगी है। कहीं पर भी वह अपने फर्जीवाड़े को झूठा साबित नहीं कर पाए हैं। ऐसे हालातों के बीच पालिका में हुए करोड़ों के फर्जीवाड़े के बाद अब एक बार फिर से नगर पालिका परिषद करोडों रूपये के फर्जीवाडे को लेकर सुर्खियां बटोर रही है। जहां तक नगर विकास की बात है तो आजादी के 77 साल बाद भी खतौली के लोग मूलभूत समस्याओं को लेकर बुरी तरह से जूझ रहे हैं।

epmty
epmty
Top