राम बारात निकालने पर बवाल- उपद्रवियों ने लहराई तलवारे- DM SSP....
अलीगढ़। राम बारात निकलने को लेकर जनपद के चंडौस कस्बे में बवाल हो गया। धार्मिक स्थल में पहले से ही मौजूद गैर समुदाय के 70- 80 लोग अपने हाथों में तलवार लेकर सड़क पर उतर गए और बारात का रास्ता रोक दिया। दोनों पक्षों के आमने-सामने आ जाने के बाद जमकर लाठी डंडे चले, जिसकी चपेट में आकर घायल हुए दो लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है। कई थानों की फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी को भी उपद्रवियों ने घेर लिया। बाद में फोर्स ने डंडे फटकार कर उपद्रव पर उतारू भीड़ को दूर तक खदेड़ा गया।
अलीगढ़ के चंडौस कस्बे में राम बारात निकलने को लेकर हुए बवाल में गैर समुदाय के 70- 80 लोग अपने हाथों में तलवार लेकर बारात को रोकने के लिए सड़क पर उतर गए। इस दौरान दोनों पक्षों के लोगों के आमने-सामने आ जाने के बाद जमकर लाठी डंडे चले, जिससे बाजार में बुरी तरह से अफरा तफरी मच गई। थोड़ी ही देर में महानगर के बाजार बंद कर दिए गए। लाठी डंडों की चपेट में आकर घायल हुए दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राम बारात निकालने को लेकर हुए बवाल की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नेथानी कई थानों की फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस फोर्स ने डंडे फटकार कर उपद्रव करने पर उतारू भीड़ को दूर तक खदेड़ा। पुलिस के डंडा थमते ही उपद्रवियों में भगदड़ मच गई।
इस दौरान एक समुदाय के लोगों ने जिलाधिकारी एवं एसएसपी का घेराव कर दिया। पूरे इलाके को पीएसी की छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया है। बवाल को लेकर पुलिस अब इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है, जिससे हंगामा करने वालों की पहचान करके उनके खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। हिंदू समुदाय के लोगों ने 150 उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस को तहरीर देते हुए कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
यह बवाल उस समय हुआ जब अलीगढ़ के चंडौस कस्बे में आयोजित की जा रही रामलीला कमेटी द्वारा कस्बे में बाजार निकल जा रही थी। राम बारात अपने निर्धारित रूप के मुताबिक की गुजर रही थी। परंतु जैसे ही यह बारात चामड से होते हुए मुख्य चौराहे पर पहुंची तो मस्जिद के अंदर पहले से ही जमा हुए 70- 80 लोग अपने हाथों में तलवार लेकर सड़क पर आ गए और बारात का रास्ता रोक लिया। दूसरे समुदाय के लोगों ने जब इसका विरोध किया तो मारपीट का सिलसिला शुरू हो गया।