रिटायर शिक्षक की सरेआम गोली मारकर हत्या- मर्डर में था गवाह
नई दिल्ली। क्राइम कैपिटल के रूप में विकसित हो रहे बिहार के बेगूसराय में दिनदहाड़े सेवा निवृत शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दिए जाने से आसपास के लोगों में दहशत पसर गई। मृतक का कसूर केवल इतना था कि वह भी पत्रकार विमल यादव की तरह अपने बेटे के मर्डर के मामले में गवाह था। हत्यारोपियों को सजा दिलाने की जददोजहद में लगे सेवा निवृत शिक्षक को दिनदहाड़े गोली मारकर उड़ा दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रविवार की सवेरे बेगूसराय के बछवारा थाना क्षेत्र के फतेहाबाद के रहने वाले सेवा निवृत्त शिक्षक जवाहर चौधरी रोजाना की तरह मॉर्निंग वॉक के लिए अपने घर से निकले थे। इसी दौरान बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने दिनदहाड़े सेवा निवृत शिक्षक को गोली मार दी। गोली लगते ही लहू लुहान हुए पूर्व शिक्षक जमीन पर गिरे और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गये।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का आरोप है कि मृतक सेवा निवृत शिक्षक के छोटे पुत्र की 2 साल पहले बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जमीनी विवाद को लेकर की गई इस हत्या में शामिल आरोपियों को सेवानिवृत शिक्षक सजा दिलाने के प्रयासों में लगे हुए थे। इस मामले में उनकी गवाही होनी थी, लेकिन बदमाशों ने गवाही होने से पहले ही मर्डर की वारदात को अंजाम दे दिया।
दिन दहाड़े हुई इस मर्डर से अब इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। वारदात को लेकर पुलिस की कार्य शैली पर सवाल उठा रहे लोगों का कहना है कि पुलिस लोगों की हिफाजत करने में पूरी तरह असफल रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।