पोर्श कार हादसा - पैंतरेबाजी दिखाते हुए ड्राइवर को फंसाने की कोशिश
पुणे। पब के भीतर दारु पीने के बाद पोर्श कार दौड़ाते हुए दो इंजीनियरों को मौत के घाट उतरने वाले नाबालिग को बचाने के लिए अब ड्राइवर को फंसाने की कोशिश की जा रही है। जबकि पुलिस इस मामले में पहले ही अदालत को ड्राइवर के बयानों के आधार पर यह बात स्पष्ट रूप से बता चुकी है कि घटना वाली रात को आरोपी नाबालिग ही पोर्श गाड़ी को सड़क पर दौड़ा रहा था।
पुणे के कल्याणी नगर में रविवार को हुई दो इंजीनियरों को पोर्श कार की चपेट में लेकर मौत के घाट उतारने के मामले में अब पुलिस का कहना है कि इस घटना में नाबालिग के परिजनों की ओर से अपने लाडले को बचाने के लिए ड्राइवर को फंसाने की कोशिश की जा रही है। जिसके चलते नाबालिग के दादा की ओर से दावा किया जा रहा है कि घटना के समय गाड़ी को उनका ड्राइवर चला रहा था। इस मामले को लेकर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा है कि इस हादसे की बाबत यह बात अच्छी तरह से जाना जरूरी है कि ड्राइवर पर कौन दबाव बना रहा है?
उन्होंने कहा है कि असली बात तो यही है कि शुरुआत में ड्राइवर ने कहा था कि वह गाड़ी चला रहा था। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि किसके दबाव में आकर ड्राइवर ने यह बयान दिया था। हम इसकी जांच कर रहे हैं। मुख्य बात यह है कि पुलिस आयुक्त ने इस बात का पूरी तरह से पहले ही खंडन कर दिया था कि घटना के समय गाड़ी को ड्राइवर चला रहा था। उनका कहना है कि पुलिस के पास इस बात के वीडियो फुटेज है, जो यह बात पूरी तरह से साबित करते हैं कि हादसे के समय 17 साल का नाबालिग ही लग्जरी गाड़ी को चल रहा था।