लो कर लो बात- गुडवर्क में भी फर्जीवाड़ा- दरोगा सिपाही लाइन हाजिर
उन्नाव। रस्सी का सांप बनाने के लिए विख्यात पुलिस का गुडवर्क भी अब जांच में फर्जी होना पाया गया है। मामला विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंचने के बाद इस मामले में बुरी तरह से फंसे दरोगा एवं दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। दरअसल उन्नाव जनपद के बारासगवर थाना क्षेत्र के चिलौली गांव में हुए इंजन चोरी के मामले के खुलासे का दावा करते हुए थाना अध्यक्ष बृज मोहन सैनी, सब इंस्पेक्टर रविंद्र मालवीय और सिपाही कृष्णपाल एवं अमरजीत ने 6 अगस्त को कानपुर के महाराजपुर के पुरवामीर के रहने वाले कबाड कारोबारी सोनू सिंह चौहान के लोडर चालक धर्मेंद्र, नौगांव के गौतम एवं दो अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
पुलिस ने इस मामले में लेनदेन करने के बाद फीलगुड करते हुए कबाडी सोनू सिंह चौहान को छोड़ दिया था। लोडर चालक धर्मेंद्र व अन्य की गिरफ्तारी से बुरी तरह से परेशान हुए कबाडी सोनू सिंह चौहान ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मुलाकात करते हुए बाराहसगवर पुलिस की शिकायत कर दी थी। सोनू ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपी चिट्ठी में बताया कि थाना क्षेत्र में छोटे इंजन की चोरी हुई थी। जबकि पुलिस ने उसकी दुकान से 10 हॉर्स पावर का इंजन उठाकर मेरे लोडर चालक को फर्जी वाडा करते हुए इस मामले में फंसा दिया।
बरामद इंजन की खरीद तथा बिक्री के प्रमाण पत्र भी थाना अध्यक्ष को दिए गए। लेकिन इस मामले में उनकी एक नहीं सुनी गई। विधानसभा अध्यक्ष ने आईजी रेंज लखनऊ तरुण गाबा को पत्र भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए कहा तो हसनगंज सीओ संतोष सिंह द्वारा की गई मामले की जांच में पुलिस का खुलासा पूरी तरह से फर्जी होना पाया गया। क्षेत्राधिकारी की रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शंकर मीणा ने हल्का दरोगा रविंद्र मालवीय, सिपाही अमरजीत एवं कृष्णपाल को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस के अफसर अन्य बिंदुओं पर भी विभागीय जांच कर रहे हैं। जानकारी मिल रही है कि अभी चोरी के मामले के खुलासे में फर्जीवाडा करने वाले पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्यवाही होगी।