लोन की किस्त लेकर चली गई MBBS डॉक्टर की जान
लखनऊ। खुद का हॉस्पिटल बनाने के लिए लिया गया लोन एमबीबीएस डॉक्टर की जान को लेकर चला गया है। बीस में से आठ लाख रुपए का लोन चुकाने के बावजूद आगे की किस्त देने में विफल रहे डॉक्टर ने परेशान होकर सुसाइड कर लिया है।
राजधानी लखनऊ के विनायकपुरम कॉलोनी में किराए के मकान में रहने वाले बाराबंकी के मूल निवासी डॉक्टर प्रदीप ने फांसी के फंदे पर झूलकर सुसाइड कर लिया है। सोमवार को काफी दिन चढे तक भी जब दरवाजा नहीं खुला तो बाराबंकी से लौटकर वापस आए मकान मालिक सूर्य प्रकाश वर्मा ने खिड़की तोड़कर कमरे में घुसकर देखा तो डॉक्टर का शव गमछे से पंखे के सहारे लटक रहा था।
मकान मालिक ने तुरंत पुलिस और डॉक्टर के परिजनों को मामले की जानकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फांसी के फंदे पर झूल रहे डॉक्टर के शव को नीचे उतारा और कमरे की तलाशी ली।
इस दौरान मिले सुसाइड नोट में डॉक्टर ने लिखा है कि वह बैंक से लिए कर्ज को चुकाने में विफल रहने से परेशान था। डॉक्टर लखीमपुर में एक अस्पताल खोलना चाहता था। लेकिन बैंक की किस्त सही समय पर जमा नहीं होने से बैंक वाले फोन करके डॉक्टर को परेशान कर रहे थे। कहीं से भी जब कर्ज की अदायगी होती नहीं लगी तो डॉक्टर ने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने सबको कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।