4 पशु चोरों को गिरफ्तार कर अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
हापुड़। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में पशु चोरी की तकरीबन 1 सैकड़ा घटनाओं को अंजाम देते हुए पशु पालकों को भारी-भरकम रकम की चपत लगा चुके पशु चोर गिरोह के चार अंतरराज्यीय पशु चोरों को गिरफ्तार कर पुलिस ने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है।
मुख्य बात यह है कि पुलिस के हाथ पशु चोर गिरोह का सरगना भी लग गया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पशु चोरों के कब्जे से पांच पशुओं के अलावा हजारों रुपए की नगदी एवं पशु चोरी की घटनाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले दो वाहन एवं शस्त्र भी बरामद किए हैं।
बृहस्पतिवार को जिला मुख्यालय पर आयोजित की गई प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया है कि जनपद की थाना सिंभावली पुलिस इलाके में शांति, कानून और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके के डिबाई चौराहे के पास चेकिंग अभियान चला रही थी। इस दौरान सामने से आ रहे वाहन को जब जांच पड़ताल के लिए रोका गया तो चालक ने गाड़ी रोकने के बजाय उसकी स्पीड बढ़ा दी और पुलिस की जांच से बचने को मौके से भागने का प्रयास किया।
पुलिस ने घेराबंदी करते हुए गाड़ी को रुकवा लिया और भीतर बैठे चार लोगों को हिरासत में ले लिया। गाड़ी की छानबीन किए जाने पर उसमें 5 पशु लदे हुए मिले। जिनके संबंध में पूछताछ किए जाने पर पता चला कि हिरासत में लिए गए बदमाशों ने उक्त पशु थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव फत्तेपुर एवं ढहाना से चोरी किए थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि पकड़े गए बदमाश पूरे शातिर चोर हैं जो बाकायदा रेकी करने के बाद गांव के बाहर बंधे पशुओं को चिन्हित करते हुए मौका हाथ लगते ही उन्हें खोलकर फरार हो जाते हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि शातिर पशु चोरों से की गई पूछताछ में पता चला है कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में तकरीबन 1 सैकड़ा पशु चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। पकड़े गए पशु चोर पशु पालक के यहां से चुराए गए पशु को अच्छे दामों पर बेचकर आर्थिक लाभ कमाते हैं। गिरफ्तार किए गए पशु चोरों के कब्जे से पांच पशुओं के अलावा 70 हजार रुपए की नगदी एवं पशु चोरी की घटनाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले दो वाहन एवं शस्त्र भी बरामद किए हैं।