डॉक्टर के बजाय निकले जल्लाद- बिना डिग्री कर रहे थे सर्जरी
नई दिल्ली। राजधानी के पाॅश इलाके में चकाचक अस्पताल खोलकर लोगों की सर्जरी कर रहे डॉक्टर बिना डिग्री के जल्लाद निकले हैं। कड़ी मेहनत के साथ डॉक्टर की डिग्री हासिल करने की बजाय दोनों डॉक्टर बिना चिकित्सीय प्रमाण पत्र के ही लोगों की सर्जरी कर रहे थे। एक मरीज की मौत होने के बाद जल्लाद चिकित्सक रैकेट का खुलासा हो पाया है। पुलिस ने इस सिलसिले में चार झोलाछाप डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल राजधानी दिल्ली के पाॅश इलाके ग्रेटर कैलाश में खुले अग्रवाल मेडिकल सेंटर पर 44 साल के व्यक्ति को पथरी के ऑपरेशन के लिए लाया गया था। चिकित्सकों ने उसका उपचार करते हुए पथरी का ऑपरेशन कर दिया। लेकिन इलाज के दौरान ही मरीज की मौत हो गई।
इस संबंध में पीड़ित परिजनों की ओर से थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के बाद जब डॉक्टरों के पैनल से अस्पताल की जांच कराई गई तो पता चला कि अग्रवाल मेडिकल सेंटर के निदेशक डॉक्टर नीरज अग्रवाल और उसकी पत्नी पूजा तथा मेडिकल सेंटर के खिलाफ पहले से ही दिल्ली मेडिकल काउंसिल में नो शिकायतें दर्ज हैं। जिनमें इलाज में लापरवाही बरतने के चलते अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है।
छानबीन किए जाने पर अस्पताल पहुंचे मेडिकल बोर्ड के चार डॉक्टरों को वहां पर अनेक खामियां मिली। छानबीन किए जाने पर पता चला कि अग्रवाल मेडिकल सेंटर का निर्देशक डॉक्टर नीरज अग्रवाल मरीजों के इलाज और सर्जरी से संबंधित फर्जी दस्तावेज तैयार करता है और उन्हें मरीजों को सौंप देता है।
जांच में पता चला कि मरीजों को कहा जाता है कि उनकी सर्जरी प्रसिद्ध सर्जन डॉक्टर जसप्रीत सिंह करेंगे। लेकिन बाद में डॉक्टर महेंद्र सिंह आदि ने की जांच में पता चला कि सर्जरी के वक्त डॉक्टर जसप्रीत सिंह ऑपरेशन थिएटर में मौजूद नहीं थे। लेकिन डॉक्टर ने अपने नाम से असगर अली की सर्जरी करने के फर्जी कागजात बनाए। गिरफ्तार किए गए चार डॉक्टरों में 9 चिकित्सा ऐसे हैं जो बिना डिग्री के मरीजों की सर्जरी कर रहे थे।