सुर्खियां बटोरने का फंडा-वसीम रिजवी को जूता मारने पर 11 लाख का इनाम
मुरादाबाद। सुर्खियां बटोरने के लिए लोग तरह तरह के बयान देने के लिए आगे आ जाते हैं। इस्लाम धर्म को त्याग कर हिंदू धर्म अपनाने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी को जूता मारने पर 1100000 रुपए का इनाम देने का ऐलान एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष ने किया है। महानगर अध्यक्ष का यह बयान खूब सुर्खियां बटोर रहा है और लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन अर्थात एआईएमआईएम मुरादाबाद के महानगर अध्यक्ष वकी रशीद ने कहा है कि वसीम रिजवी एक सोची समझी साजिश के तहत हिंदू और मुस्लिम फसाद कराना चाहते हैं। उन्होंने वसीम के पाकिस्तानी एजेंट होने का अंदेशा जताते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग उठाई है। महानगर अध्यक्ष वकी रसीद ने अंदेशा जताते हुए कहा है कि कहीं यह यह आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर वसीम रिजवी की कोई चाल तो नहीं है। विधानसभा चुनाव में ध्रुवीकरण की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा है कि वसीम रिजवी के खिलाफ कई स्थानों पर आपराधिक मुकदमे भी दर्ज है, इससे बचने के लिए उनके द्वारा विवादित बयान बाजी हो रही है। उन्होंने कहा है कि जो शख्स इस्लाम धर्म का नहीं हुआ तो वह हिंदू धर्म का क्या होगा। महानगर अध्यक्ष ने वसीम रिजवी को जूता मारने वाले को 11 लाख का इनाम देने का ऐलान किया है। उल्लेखनीय है कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कुछ दिनों पूर्व इस्लाम को अलविदा कहकर हिंदू धर्म अपना लिया था। इसके साथ ही उन्होंने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कर लिया है। गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने सनातन धर्म में उनकी वापसी करवाई थी। तब वसीम रिजवी ने कहा था कि मुझे इस्लाम से बाहर कर दिया गया है, हम पर हर शुक्रवार को इनाम बढ़ा दिया जाता है। मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं। एआईएमआईएम के महानगर अध्यक्ष के विवादित बोल का वीडियो वायरल होने के बाद यह प्रकरण चर्चा का विषय बन गया है।